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अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से बिजली चोरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया है जिसके तहत लगातार बिजली चोरों का खुलासा किया जा रहा है। इस बार दो सप्ताह में 4 हजार से अधिक बिजली चोरों और गलत तरीके से बिजली का इस्तेमाल करने वाले लोगों को पकड़ा गया है। निगम की तरफ से इन लोगों पर लगभग 7 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। बीते दिनों निगम के प्रबंध निदेशक ने विजिलेंस के अधिकारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि निगम की कड़ी निगाहें बिजली चोरी करने वाले लोगों के तरफ टिकी हुई है।
अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक वीएस भाटी ने बताया कि कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन में विजिलेंस की टीमें अपना काम सही से नहीं कर पा रही थी। अब टीमों को विशेष अभियान के तहत काम करके बिजली चोरों को सबक सिखाने का निर्देश दिए गया है। इस क्रम में नागौर, सीकर, झुंझुनू, चित्तौड़गढ़ और बांसवाड़ा में सर्वाधिक बिजली चोरी होने की जानकारी मिली है। मिली जानकारी के अनुसार इन सभी जगहों पर टीमों द्वारा कार्रवाई की गई है।
इन दो हफ्तों में लगातार पांच जिलों में 4131 बिजली चोरी के मामले सामने आए हैं और इनके ऊपर 7 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। प्रबंध निदेशक वीएस भाटी ने कहा कि इस अभियान से बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा और निगम की छीजत में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि इस अभियान को चलाने का उद्देश्य आम उपभोक्ताओं को बिना किसी परेशानी के बिजली उपलब्ध कराना और चोरी करने वालों को सबक सिखाना है ताकि बिजली की चोरी को रोका जा सके।