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कोरोना का रौद्र रूप: नई लहर से कैसे निपटे? एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया ये तरीका
jantaserishta.com
19 April 2021 3:14 AM GMT
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फाइल फोटो
नई दिल्ली. देशभर में इन दिनों कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार बेकाबू हो गई है. हर रोज़ 2 लाख से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं. ऐसे में कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर कैसे लगाम लगाई जाए इसको लेकर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने तीन खास सुझाव दिए हैं. उनका कहना है कि सरकार को कंटेनमेंट जोन बनाने पर खास ध्यान देना चाहिए. इसके अलावा वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही भीड़ पर काबू पाना होगा.
डॉक्टर गुलेरिया ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि हमें कोरोना को लेकर ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत थी. उनके मुताबिक हमें पता था कि दुनिया भर में कोरोना के कई वेरिएंट आ गए हैं. उन्होंने कहा, 'हमें तीन-चार चीज़ें करने की जरूरत है. वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हमें ज्यादा प्रभावित इलाकों में कंटेंमेंट जोन बनाने की जरूरत है. यहां कड़े नियम-कानून होने चाहिए. ऐसे इलाकों में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट होने चाहिए. दूसरी चीज़ ये है कि हमें भीड़ पर बैन लगाना होगा. तीसरी सबसे अहम चीज़ है वैक्सीनेशन की रफ्तार को तेज़ी से बढ़ाना.'
रेमडेसिवीर इंजेक्शन ज्यादा असरदार नहीं
इन दिनों देशभर में रेमडेसिवीर इंजेक्शन को लेकर हंगामा मचा है. कई शहरों से इसकी ब्लैक मार्केटिंग की भी खबरें भी आ रही हैं. हालांकि डॉक्टर गुलेरिया का कहना है कि ये इंजेक्शन लोगों को सिर्फ हॉस्पिटल जाने से रोक सकता है. लेकिन इससे मौत की दर में कोई कमी नहीं आती है. उन्होंने कहा, ' रेमडेसिवीर एक एंटी वायरल दवाई है, जिसे इबोला के लिए बनाया गया था. शुरुआती दिनों में इस इंजेक्शन की चीन में कोरोना के मरीजों पर कोई असर नहीं दिखा था. बाद में देखा गया कि इसका थोड़ा बहुत असर हो सकता है. इस वक्त हमारे पास कोई बढ़िया और असरदार एंटीवायरल ड्रग नहीं है. साथ ही हमारे पास कोरोना का भी कोई इलाज नहीं है.'
कोरोना से कोहराम
पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में कोरोना के 2,61,500 नए मामले सामने आए. साथ ही 1,501 और संक्रमितों की मौत हुई है. महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के साथ ही दक्षिण में कर्नाटक और केरल तक में बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को बेहद सावधानी बरतने और सतर्क रहने की जरूरत है.
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