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शादियों पर कोरोना का महाकहर, कुछ लम्हों में ही टूटे जन्मों के बंधन, अब तक इन दूल्हा-दुल्हनों को लीला
jantaserishta.com
12 May 2021 2:45 AM GMT

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कोरोना का कहर वैसे तो सभी पर ढह रहा है लेकिन यह कहर और ज्यादा दर्द देता है जब शादी के आसपास दूल्हा-दुल्हन या उनके फैमिली मेंबर की कोरोना से मौत हो जाती है. ऐसी ही 5 घटनाओं के बारे में हम बता रहे हैं जहां शादी के बाद चंद लम्हों में ही सात जन्मों के बंधन टूट गए.
ऐसा एक मामला राजस्थान के जालोर जिले का है जहां शैतान सिंह 30 अप्रैल को अपनी ही शादी के नेकचार निभा रहा था. कोरोना के चलते इस दौरान उसकी हालत खराब होती चली गई और अगले ही दिन 1 मई को उसने बारात विदा होने के बाद घर पहुंचते ही गृह प्रवेश की रस्म निभाई गई. तबीयत खराब होने पर दूल्हे शैतान सिंह को अस्पताल ले जाना पड़ा. जालोर में सुधार नहीं होने पर उसे सिरोही अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां से उसे पालनपुर ले जाया गया, लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था. 9 मई रविवार की शाम शैतान सिंह की मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कोरोना ने 72 घंटे में ही एक दुल्हन की खुशी को छीन लिया. बिजनौर शहर के मोहल्ला जाटान निवासी अर्जुन की शादी 25 अप्रैल को चांदपुर के कस्बा स्याऊ निवासी बबली के साथ हुई थी. 25 तारीख को अर्जुन की बारात धूमधाम के साथ स्याऊ गई थी और दिन में पूरी धूमधाम से बारात की चढ़त हुई और उसके बाद जयमाला फेरों की रस्में भी खुशी-खुशी पूरी होने के बाद शाम को 7 बजे के आसपास बारात को दुल्हन के साथ विदा कर दिया गया.
बारात खुशी-खुशी बिजनौर पहुंच गई और दुल्हन का भी ससुराल पहुंचने पर धूमधाम से स्वागत किया गया लेकिन उसी रात दूल्हे अर्जुन को अचानक बुखार आया और बुखार बढ़ता चला गया. ज्यादा तबीयत खराब होने पर दूल्हे अर्जुन को तुरंत जिला सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. दूल्हे को जिला अस्पताल के ही कोविड-19 वार्ड में भर्ती कर दिया गया लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और हालत बिगड़ती चली गई. अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 29 अप्रैल को सुबह दूल्हे अर्जुन की कोरोना के कारण मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से ऐसा मामला सामने आया है जहां एक परिवार के 9 लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए थे. 25 नवंबर को दूल्हे की शादी हुई थी. शादी के तुरंत बाद युवक का स्वास्थ्य बिगड़ गया और चार दिसंबर को उसकी मौत हो गई है. संक्रमितों में दुल्हन भी शामिल थी. संक्रमण के शिकार लोगों का इलाज चला लेकिन शादी के बाद चार दिसंबर को दूल्हे की मौत हो गई थी.
झारखंड के हजारीबाग जिले से एक ऐसा मामला सामने आया था जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया. यहां एक नवविवाहिता के हाथ की मेहंदी भी नहीं उतरी थी कि बेरहम कोरोना ने उसके पति को उससे छीन लिया. 28 अप्रैल की रात प्रियंका कुमारी (22 वर्ष) की शादी बड़ी धूमधाम से हुटपा निवासी अनिल कुमार मेहता के साथ हुई थी. प्रियंका के हाथ में लगी मेहंदी छूट भी नही पाई थी कि उसके पति अनिल को कोरोना निगल गया. कोरोना वायरस के चलते अनिल की मौत हो गई. शादी के पहले से ही अनिल में कोरोना के लक्षण थे, लेकिन इन लक्षणों को नजरअंदाज कर अनिल की शादी कराई गई.
पटना के पालीगंज में 15 जून को एक शादी समारोह में शिरकत करने वाले 113 मेहमान कोरोना से संक्रमित हो गए थे. 15 जून 2020 को पालीगंज के डीहपाली गांव में हुई इस शादी के दो दिन बाद ही दूल्हा अनिल कुमार की कोरोना वायरस से मौत हो गई थी. मृतक दूल्हे अनिल कुमार के पिता अंबिका चौधरी पर आरोप है कि इस शादी में उनकी तरफ से 50 से ज्यादा मेहमान शामिल हुए थे और इस दौरान कोविड-19 के मानकों का पालन नहीं किया गया था.

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