कोरोना की तीसरी लहर, केरल सरकार ने बच्चों के लिए आरक्षित किए अस्पतालों में 20 प्रतिशत बिस्तर
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कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आने का अंदेशा है। इसके मद्देनजर की जा रही तैयारियों के तहत राज्य सरकार ने जिला, तालुक अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों के लिए 20 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित कर लिए हैं। सुधाकर विधानसभा क्षेत्र में विजयनगर से कांग्रेस विधायक एम कृष्णप्पा ने कोविड -19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए की गई तैयारियों, खासकर, बच्चों से संबंधित तैयारियों पर फोकस करने की बात कही। मंत्री ने कहा, "तकनीकी सलाहकार समिति ने सुझाव दिया है कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर में बच्चों को अधिक खतरा रह सकता है। इसके मद्देनजर सरकार की ओर से सरकारी और निजी स्तरों पर ऑक्सीजन वाले 25,870 बिस्तर और बच्चों के लिए 502 वेंटिलेटर तैयार रखे हैं।"
उन्होंने कहा, "सभी जरूरी उपकरण और बुनियादी ढांचों को तैयार रखा गया है। कुछ और उपकरण आने बाकी हैं। वे शायद 15 दिनों से तीन हफ्ते में आ जाएं और उन्हें अस्पतालों में उपलब्ध कराया जाएगा।" मंत्री ने कहा कि जिला, तालुक अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 20 प्रतिशत बिस्तर बच्चों के लिए आरक्षित होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मामले कम होने के बाद अस्पतालों में बिस्तरों की कमी नहीं है। के सुधाकर ने यह भी कहा कि यह सच है कि रायचूर जैसे कुछ स्थानों पर बिस्तरों की कमी की खबरें हैं, लेकिन उसके लिए तत्काल उपाय कर दिए गए हैं।