भारत
कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' से दुनिया भर में हड़कंप, पीएम बोले- अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की हो समीक्षा
Renuka Sahu
28 Nov 2021 2:52 AM GMT
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फाइल फोटो
कोराना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर भारत की चिंता भी बढ़ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओमिक्रॉन को लेकर एक बैठक की.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोराना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Coronavirus Omicron) को लेकर भारत की चिंता भी बढ़ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शनिवार को ओमिक्रॉन को लेकर एक बैठक की. इसमें उन्होंने कहा कि हमें 'प्रोएक्टिव' रहने की आवश्यकता है. साथ ही संभावित खतरों को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों में ढील देने की योजना की समीक्षा करने को भी कहा. प्रधानमंत्री ने लोगों से ज्यादा सतर्क रहने, मास्क पहनने और उचित दूरी सहित बचाव के सभी उपायों का पालन करने की भी अपील की.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मोदी ने नए वेरिएंट को देखते हुए 'प्रोएक्टिव' रहने की आवश्यकता के बारे में बताया. पीएमओ के मुताबिक उन्होंने कहा, 'नए खतरे को देखते हुए लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है और मास्क लगाने साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने जैसी उचित सावधानी बरतने की जरूरत है.'
फिर से लगेगा ट्रैवल बैन?
बता दें कि हाल के दिनों में कोरोना के केस कम होने के बाद भारत ने कई देशों पर लगे ट्रैवल बैन को हटा लिया था. लेकिन अब पीएम मोदी ने इस पर समीक्षा करने को कहा है. उन्होंने बैठक में कहा कि जिन देशों से नए वेरिएंट फैलने का खतरा है उन्हें अलग से चिह्नित किया जाए. साथ ही उन्होंने विशेष ध्यान देते हुए सभी अंतरराष्ट्रीय आगमन की निगरानी और दिशानिर्देशों के अनुरूप यात्रियों की जांच की आवश्यकता पर प्रकाश डाला.
जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी
प्रधानमंत्री को देश में कोरोना के ताज़ा हालात के बारे जानकारी दी गई. इस सिलसिले में पीएम ने निर्देश दिया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के नमूने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और समुदाय से नियमों के अनुसार एकत्र किए जाएं, उनकी आईएनएसएसीओजी (इंडियन सार्स-कोविड-2 कंसोर्टियम ऑन जिनोमिक्स) के तहत पहले से स्थापित प्रयोगशालाओं के नेटवर्क और कोविड-19 प्रबंधन के लिए चिह्नित शुरुआती चेतावनी संकेत के जरिए जांच की जाए.
टीकाकरण अभियान पर भी चर्चा
बैठक के दौरान मोदी को टीकाकरण अभियान में प्रगति और 'हर घर दस्तक' अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया गया. पीएमओ के मुताबिक मोदी ने दूसरी खुराक का दायरा बढ़ाने का निर्देश दिया और कहा कि जिन लोगों को पहली खुराक मिली है, उन्हें दूसरी खुराक समय पर दिया जाना राज्यों द्वारा सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री को समय-समय पर देश में होने वाले सीरो-पॉजिटिविटी और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में इसके प्रभाव के बारे में भी जानकारी दी गई.
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