कोरोना फिर कर रहा वापसी, फिर वापस लौट आया मास्क, एडवाइजरी जारी
बेंगलुरू: देश में एक बार फिर कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। कोरोना ने पिछले 24 घंटे में 335 नए केसों के साथ अपनी गंभीरता दिखा दी है। इसके साथ ही यूपी और केरल में कोरोना से पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 की केरल में दस्तक के साथ …
बेंगलुरू: देश में एक बार फिर कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। कोरोना ने पिछले 24 घंटे में 335 नए केसों के साथ अपनी गंभीरता दिखा दी है। इसके साथ ही यूपी और केरल में कोरोना से पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 की केरल में दस्तक के साथ ही देश के सभी राज्यों ने अपने यहां स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा बढ़ा दी है। केरल में कोरोना का सबसे घातक वेरिएंट पकड़ में आया है। इससे सबक लेते हुए कर्नाटक सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने प्रदेश के सभी वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मास्क पहनने की सलाह जारी की है।
देश में एक बार कोरोना लौट रहा है। सर्दियों के साथ कोरोना की जोरदार वापसी ने केंद्र सरकार के कान खड़े कर दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को अपने हेल्थ बुलेटिन में कहा कि रविवार को कोरोना के 335 नए केस सामने आए। साथ ही यूपी में एक और केरल में चार लोगों की मौत दर्ज हुई। कोरोना के एक्टिव केस 1700 से ज्यादा हो गए हैं। केरल में कोरोना का सबसे नया वेरिएंट पकड़ में आया है, जिसने पहले सिंगापुर और फिर अमेरिका और चीन में केसों कोकाफी बढ़ा दिया है। पड़ोसी राज्य में कोरोना के बढ़ते केसों के देखते हुए कर्नाटक सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है।
राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने सोमवार को वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी। कर्नाटक के कोडागु में पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने हालांकि यह भी कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता जरूरी है। उन्होंने कहा, "हमने कल एक बैठक की जहां हमने चर्चा की कि क्या कदम उठाए जाने चाहिए? हम जल्द ही एक एडवाइजरी जारी करेंगे। फिलहाल जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और जिन्हें दिल की समस्या है और अन्य गंभीर बीमारियाँ हैं, उन्हें मास्क पहनना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “हमने सरकारी अस्पतालों को तैयार रहने को कहा है। केरल के साथ बॉर्डर शेयर करने वाले क्षेत्रों को अधिक सतर्क रहना चाहिए। मैंगलोर, चमनजनगर और कोडागु को सतर्क रहना चाहिए। टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी। जिन लोगों को सांस संबंधी समस्या है, उन्हें अनिवार्य रूप से टेस्टिंग कराना होगा।”