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कोरोना कहर: SP ने खुद संभाला मोर्चा, लोगों से कराई उठक-बैठक, जाने क्या है वजह

jantaserishta.com
20 April 2021 11:43 AM GMT
कोरोना कहर: SP ने खुद संभाला मोर्चा, लोगों से कराई उठक-बैठक, जाने क्या है वजह
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आने-जाने वालों के दस्तावेज चेक कर रहे हैं.

देवास. देवास पुलिस कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को जरा नहीं बख्श रही. SP शिव दयाल सिंह खुद मोर्चे पर हैं और आने-जाने वालों के दस्तावेज चेक कर रहे हैं. इस दौरान बेवजह घूमने वालों को सख्त सजा दी जा रही है.

कोरोना कर्फ्यू पर नजर रखने के लिए पुलिस ने शहर में 3 चेकिंग पॉइंट बनाए हैं. एसपी सिंह खुद संयाजी गेट पर तैनात हुए और सख्ती से कर्फ्यू का पालन कराया. इस दौरान नियमों को तोड़ने वालों से उठक-बैठक कराई गई. गौरतलब है कि देवास में सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे तक जरूरी सामान लेने की छूट है.
प्रदेश में लगतार दूसरे दिन 12,897 से ज्यादा कोरोना से संक्रमित मरीज मिले. सरकारी रिकॉर्ड कहता है कि एक दिन में 79 मौतें हुईं, जबकि श्मशान के आंकड़े बताते हैं कि इससे कहीं ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल में हुआ. पिछले 24 घंटे में 50,942 नमूनों की जांच की गई. वहीं संक्रमण दर 25.3% दर्ज की गई. पिछले 24 घंटों में 6836 लोग यानी 50% से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं.
भोपाल में एक ही दिन में 123 संदिग्ध कोरोना मरीजों की मौत हुई. इन शवों का कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया. सरकारी आंकड़ों में सिर्फ 5 लोगों की मौत बताई गई. शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान से मिले आंकड़ों के अनुसार 19 अप्रैल को 123 शवों के अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किए गए. सबसे ज्यादा अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में 83, सुभाष विश्राम घाट में 32 के किए गए. झदा कब्रिस्तान में 8 शवों को दफनाया गया. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सिर्फ 5 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई.
18 अप्रैल को 112 शवों का कोविड प्रोटोकॉल के अंतिम संस्कार साथ किया गया था. सबसे ज्यादा शवों के अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट पर किए गए. 17 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार शहर के मुख्य विश्राम घाट और कब्रिस्तान में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत 92 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था. सरकारी आंकड़ों में कोरोना से 3 मौत होना बताया गया था. 16 अप्रैल को 118, 15 अप्रैल को 112 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ था.
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