कोरोना का कहर: देश में कल से शक्तिपूजा का पर्व, नव संवत्सर और गुड़ी पड़वा शुरू
नई दिल्ली, मां शक्ति की पूजा का पर्व मंगलवार से शुरू हो रहा है। इस महापर्व को लेकर मंदिरों में उत्साह का माहौल है। घरों में चैत्र नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना की तैयारी भी चल रही है। आप देवी की आराधना, उपासना और पूजन अर्चना जरूर करें, लेकिन कोरोना महामारी से बचाव के नियमों का भी पूरा पालन करें। यह न भूलें कि पिछले साल की तरह इस बार भी इस उत्सव पर महामारी की छाया है, बल्कि इस बार तो इसने और भी भयावह रूप ले लिया है।
चैत्र नवरात्र को लेकर देवी स्थलों पर उत्सव का माहौल, घरों में भी तैयारी
चैत्र नवरात्र के पहले दिन से विक्रम संवत का नव संवत्सर भी शुरू होता है। महाराष्ट्र और गोवा समेत कोंकण क्षेत्र में इस दिन गुड़ी पड़वा भी मनाया जाता है। इस बार चैत्र नवरात्र का समापन 22 अप्रैल को हो रहा है। चैत्र नवरात्र के नौवें दिन को भगवान राम के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है। इसे रामनवमी भी कहते हैं। राक्षस यानी बुराई का विनाश करने वाली मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं, कई धार्मिक अनुष्ठान भी करते हैं। देवी मंदिरों में भीड़ तो रहती है पूरे माहौल में भजन-कीर्तन की अनुगूंज सुनाई देती है। इस बार माहौल कुछ अलग है।
आराधना, उपासना और अर्चना के साथ ही हर एहतियात का भी रखें ध्यान
पिछली बार की तरह इस बार मंदिरों को बंद तो नहीं किया गया है, लेकिन एक बार में पांच से ज्यादा भक्तों को मंदिरों में जाने पर रोक लगा दी गई है। लोगों को भीड़ से बचने और घरों में रहने की सलाह दी गई है। अगर आप उपवास रखते हैं तो इसका भी ध्यान रखें कि खाली पेट न रहें, खुद को कमजोर नहीं होने दें, क्योंकि कमजोर लोगों को कोरोना वायरस अपनी चपेट में जल्दी ले रहा है। इसलिए उत्साह से पर्व तो मनाएं, लेकिन महामारी से बचाव के उपायों की पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ पालन भी करें।