भारत में पिछले 1 हफ्ते में दर्ज किए गए कोरोना के कुल केसों में 50% मामले केरल और महाराष्ट्र में मिले हैं. इन दोनों राज्यों के बाद अब तमिलनाडु में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. 9 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कुल केसों के 80% मामले 15 राज्यों के 90 जिलों से मिल रहे हैं. उन्होंने बताया, तमिलनाडु के 12 जिलों में पिछले 1 हफ्ते से हर दिन 85 से ज्यादा केस मिल रहे हैं.
इन जिलों में आ रहे सबसे ज्यादा केस
चेंगलपट्टू, चेन्नई, कोयंबटूर, इरोड, नमक्कल, नीलगिरी, सलेम, थंजावुर, त्रिरुपुर, त्रिची, तिरुवन्नामली और कुड्डालोर में सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं. तमिलनाडु में दूसरी लहर का असर मई से दिखना शुरू हुआ. यह मई के आखिरी में चरम पर थी.
राज्य में 1 जुलाई को 4481 केस सामने आए थे. अब 9 जुलाई को घटकर 3039 केस रह गए हैं. तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमण्यम ने बताया कि पिछले कुछ दिन से केस कम हुए हैं. 7 जुलाई को 3300 केस मिले थे. 8 जुलाई को 3200 मामले सामने आए. 9 जुलाई को यह और घट गए.
तमिलनाडु में 19 जुलाई तक बढ़ा लॉकडाउन
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तमिलनाडु में 19 जुलाई सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान किया है. इस बार लॉकडाउन में कुछ और छूटों का ऐलान किया गया है. इसी के साथ राज्य में मौजूद छूटें भी जारी रहेंगी.
ये छूटें रहेंगी जारी
- तमिलनाडु सरकार ने पुडुचेरी के लिए बसों को अनुमति दे दी है.
- राज्य में सोमवार से रात 9 बजे तक बाजार खुल सकेंगे.
- तमिलनाडु में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कराए जाने वाले एग्जाम हो सकेंगे.
इन सेवाओं पर रहेगा प्रतिबंध
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्राएं (केंद्र सरकार द्वारा मिली अनुमति को छोड़कर) बंद रहेंगी. साथ ही बार, स्विमिंग पूल, सिनेमा, सामाजिक और राजनीतिक बैठकों पर रोक रहेगी. स्कूल, कॉलेज और जू भी बंद रहेंगे.
केरल में बढ़ रहे केस, सीएम विजयन बोले- चिंता की बात नहीं
केरल में पिछले 24 घंटे में 14087 केस मिले हैं. हालांकि, इस दौरान 11,867 लोग ठीक हुए हैं. इस दौरान 108 लोगों की मौत हुई. यहां पॉजिटिविटी रेट 10.7% हो गया है. जबकि पिछले तीन दिन का औसत पॉजिटिविटी रेट 10.5% है. राज्य में कोरोना के 1,15,226 एक्टिव केस हैं. जबकि 14,489 लोगों की मौत महामारी से हुई है.
क्या बोले सीएम विजयन ?
केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा, कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि अन्य राज्यों में केस कम हो रहे हैं, इस तुलना में केरल में लगातार केस बढ़ रहे हैं. लेकिन स्वास्थ्य सचिव कहा कहना है कि यह चौंकाने वाला नहीं है. हम यह पूरे विश्वास से कह सकते हैं कि स्थिति नियंत्रण में है. इसलिए चिंता की कोई वजह नहीं है.
उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर मार्च में शुरू हुई थी. जबकि केरल में यह मिड मई में आई. एक समय था, जब राज्य में 40 हजार से ज्यादा केस सामने आ रहे थे और टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 29% था.