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बेदर्दी से गला घोंट रहा कोरोना: महिला तहसीलदार ने कोरोना मृतक बुजुर्ग का किया अंतिम संस्कार, बेटा है संक्रमित, देखें वीडियो
jantaserishta.com
24 April 2021 6:18 AM GMT
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कुछ दिनों पहले अंतिम संस्कार के लिए लाए गए कोविड रोगी के जीवित होने की घटना सामने आई थी. उसके बाद अब उनके रिश्तेदार सामने आए हैं. अगर वो रोगी व्यक्ति जीवित थे तो बाद में वो कहां गए? हॉस्पिटल के वायरल वीडियो में जीवित दिखाई दे रहे व्यक्ति को देखकर उनके रिश्तेदारों ने यह सवाल उठाया है. इसी से जुड़ा एक दूसरा सवाल यह है कि फिर वो व्यक्ति कौन थे जिनका अंतिम संस्कार हो गया?
पूरा मामला क्या है?
मुंबई में रहने वाले गुप्ता परिवार के साथ एक हैरान कर देने वाली घटना घटी. रामशरण गुप्ता मुंबई के चेंबूर इलाके में रहते थे. रामशरण गुप्ता को 24 जून को कोरोना हो गया था. उन्हें बांद्रा के भाभा अस्पताल में भर्ती किया गया था. 29 जून को अस्पताल ने रामशरण गुप्ता की मृत्यु की सूचना देते हुए उनका शव रिश्तेदारों को सौंप दिया. इसके बाद गुप्ता परिवार ने उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया.
इस घटना को हुए 9 महीने से ज्यादा गुजर गए हैं. इसके बाद कुछ ही दिनों पहले भाभा अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में कुछ कोरोना संक्रमित दिखाई दे रहे हैं. इन रोगियों में से एक व्यक्ति रामशरण गुप्ता हैं, ऐसा उनकी बेटी ने अब यह दावा किया है. साथ ही उन्होंने यह सवाल किया है कि अगर वो जिंदा थे, तो फिर अब वे कहां हैं? रामशरण गुप्ता की बेटी का अगला सवाल यह है कि जिन्हें पिता समझ कर उन्होंने अंतिम संस्कार किया, वे कौन थे?
पुलिस ने शिकायत दर्ज की
अस्पताल प्रशासन की ओर से की गई इस गंभीर गलती पर आक्रोश व्यक्त करते हुए गुप्ता परिवार ने शिकायत दर्ज करवाने का फैसला किया. बांद्रा पुलिस स्टेशन में भाभा अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा चुकी है. अब देखना है कि पुलिस यह पता लगा पाती है क्या कि रामशरण गुप्ता फिलहाल कहां हैं? पुलिस जांच के काम में जुट गई है.
ऑक्सीजन मास्क फेंक कर कोरोना मरीज भागा, अब तक लापता
इस बीच नागपुर के मेयो सरकारी अस्पताल से भी एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक कोरोना संक्रमित मरीज जिन्हें ऑक्सीजन का सपोर्ट दिया जा रहा था, वे ऑक्सीजन मास्क उतार कर अस्पताल से निकल भागे हैं. मरीज का नाम सोमेश्वर नामदेवराव फुटाणे है. उनकी उम्र 53 साल है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 21 अप्रैल को अस्पताल से लापता इस मरीज के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. अस्पताल इस बारे में किसी भी तरह की जानकारी देने से इंकार कर रहा है.
अहमदनगर के तहसीलदार ने किया वृद्ध व्यक्ति का अंतिम संस्कार
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से एक और दुखद खबर सामने आई है. यहां पारनेर तहसील के तहसीलदार ज्योति देवरे ने एक 78 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति को मुखाग्नि दी और उनका अंतिम संस्कार करवाया. वृद्ध व्यक्ति का नाम गोमा यशवंत खोडदे था. इनका एक बेटा खुद कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती है और दूसरे बेटे का समय पर आना संभव नहीं हो पाया.
2 बेटे होते हुए भी बुज़ुर्ग कोरोना मृतक का अंतिम संस्कार तहसीलदार ज्योति देवरे ने किया। तस्वीरें महाराष्ट्र के अहमदनगर की है जहां 78 साल के मृतक के एक बेटे कोरोना पॉजिटिव है, तो दूसरे किसी कारणवश नहीं पहुँच पाए, ऐसे में इलाके की तहसीलदार ने उनका अंतिम संस्कार किया। #Maharashtra pic.twitter.com/pYdrgZ70Ce
— Shivangi Thakur (@thakur_shivangi) April 24, 2021
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