भारत
उज्जैन के चिंतामन गणेश स्टेशन का नाम उर्दू भाषा में लिखे होने पर विवाद, पिले कलर मे किया गया पेंट
Apurva Srivastav
4 March 2021 5:36 PM GMT
x
उज्जैन (Ujjain) का नया बना स्टेशन चिंतामन गणेश स्टेशन (Chintaman Ganesh Railway Station) उद्घाटन होने से पहले ही सुर्खियों में है.
उज्जैन (Ujjain) का नया बना स्टेशन चिंतामन गणेश स्टेशन (Chintaman Ganesh Railway Station) उद्घाटन होने से पहले ही सुर्खियों में है. भगवान गणेश (Lord Ganesha) का नाम से रखे गए इस स्टेशन का नाम उर्दू (Urdu) भाषा में लिखा होने की कारण आवाहन अखाड़े के संत महामंडलेश्वर आचार्य शेखर (Aavahana Akhara Mahamandaleshwar Acharya Shekhar) ने इस पर आपत्ति दर्ज करायी थी. इस स्टेशन पर लगी पट्टिका पर से उर्दू नाम हटाने का फरमान जारी कर दिया था.
विवाद को बढ़ता देख देर रात किसी ने स्टेशन की पट्टिका से उर्दू में लिखे नाम को हटाया दिया. उस पर पिले कलर का पेंट कर दिया गया है. अभी ये नहीं पता चल पाया है कि उर्दू भाषा में लिखे नाम को किसने हटाया है और ना ही ये पता चल पाया की लिखा किसने था. अमूमन रेलवे स्टेशनों (Railway Stations) पर अलग-अलग भाषा में स्टेशन के नाम लिखने की परम्परा जरूर है. उज्जैन से फातियाबाद (Ujjain to Fatiyabad) की और जाने वाली नेरो गेज लाइन (Narrow Gauge Line) को कई सालों पहले बंद कर दिया गया था.
देशभर में काफी प्रसिद्ध है मंदिर
इसके बाद इस रेलवे लाइन पर फिर से ब्रांड गेज लाइन डाली (Broad Gauge Line) गई और स्टेशन का निर्माण फिर नए सिरे शुरू किया गया. उज्जैन से चलकर फातियाबाद (Fatiyabad) जाने के लिए पहला ही स्टेशन चिंतामन गणेश स्टेशन बनाया गया है. उज्जैन में महाकाल मंदिर दर्शन के बाद अधिकतर श्रद्धालु भगवान चिंतामन गणेश के मंदिर जरूर जाते है और ये देश भर में काफी प्रसिद्ध मंदिर भी है.
हिंदू धार्मिक स्थलों से हटेंगे उर्दू में लिखे नाम
जैसे ही आचार्य शेखर को ये पता चला की कल जिस उर्दू भाषा में लिखे नाम के कारण प्रबंधन को शिकायत दर्ज कराई गयी थी देर रात तक स्टेशन की पट्टिका से उर्दू में लिखे गणेश मंदिर के नाम को हटा कर पिले रंग से पोत दिया गया है. इस पर आचार्य शेखर ने कहा की इसकी शुरुआत हो चुकी है, अब प्रदेश में जंहा भी हिंदू धार्मिक स्थलों पर उर्दू के शब्दों का उपयोग किया जाएगा वंहा उस नाम को हटाने की मुहीम चलाई जाएगी. जंहा भी स्टेशन पर उर्दू में नाम लिखा जाएगा उस दीवार को तोड़ दिया जाएगा.
नया बना है स्टेशन
उज्जैन रेलवे स्टेशन से करीब 6 किमी दूर एक नया स्टेशन बनकर तैयार हुआ है. जो की प्रसिद्ध चिंतामन गणेश मंदिर के ठीक बाहर है. इस रेलवे स्टेशन का अभी तो उद्घाटन भी नहीं हुआ है. लेकिन इसका नाम उर्दू में लिखने पर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल रेलवे स्टेशन का नाम भी भगवन गणेश के नाम पर चिंतामन गणेश स्टेशन रखा गया है. लेकिन सभी रेलवे स्टेशनों की तरह इस स्टेशन पर भी रेलवे ने एक पट्टिका बनवाई और लगा दी. जिस पर स्टेशन का नाम और समुद्र तल से ऊंचाई लिखी गई है, जो की हिंदी भाषा और उर्दू भाषा में लिखी गई है. इस बात की सुचना जब आवाहन अखाड़े के संत महा मंडलेश्वर आचार्य शेखर को लगी तो उन्होंने इस पर आपत्ति जता दी और जल्द ही स्टेशन पर लगी पट्टिका से उर्दू वाले नाम को हटाने का फरमान जारी कर दिया.
Next Story