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ब्राह्मणों पर विवादित बयान: पूर्व सीएम बोले- ह*#मी पंडित, देखें पूरा वीडियो
jantaserishta.com
19 Dec 2021 6:59 AM GMT
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फिर विवादों में घिर गए हैं.
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. मांझी लगातार विवादित बयान देने के लिए जाने जाते हैं और अब उन्होंने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. जीतन राम मांझी ने एक कार्यक्रम में पंडितों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया है.
दरअसल, शनिवार को पटना में भुइयां मुसहर सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में जीतन राम मांझी मुख्य अतिथि थे. यहां जीतन राम मांझी ने अपने भाषण के दौरान के अपशब्द का प्रयोग किया. मांझी ने धर्म के नाम पर हो रही राजनीति का मुद्दा उठाया और इसी दौरान उन्होंने पंडितों के लिए अमर्यादित शब्द का प्रयोग किया.
कार्यक्रम में HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांझी ने कहा, "आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है. सत्यनारायण भगवान की पूजा का नाम हम लोग नहीं जानते थे. **** अब हर टोला में हम लोगों के यहां सत्यनारायण भगवान पूजा होती है. इतना भी शर्म लाज नहीं लगता है कि पंडित **** आते हैं और कहते हैं कि कुछ नहीं खाएंगे आपके यहां...बस कुछ नगद दे दीजिए.''
मांझी के बयान के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है. मगर उनका बचाव करने के लिए उनकी पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान मैदान में कूद पड़े और कहा कि उनके नेता के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है.
दानिश रिजवान ने कहा, "मांझी के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. सभी संप्रदाय और तमाम जातियों के प्रति उनकी आस्था है. उन्होंने स्पष्ट तरीके से कहा है कि कुछ लोग ब्राह्मण भाइयों को अपने घर में बुलाते हैं मगर वह ब्राह्मण उन गरीबों के घर में खाना भी नहीं खाते हैं, मगर फिर भी उन्हें पैसा दे दिया जाता है. मांझी ने ऐसे लोगों का विरोध किया है."
जीतन राम मांझी के बयान पर ब्राह्मण समाज में गुस्सा है. राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा परशुराम सेवा संस्थान के प्रवक्ता रजनीश कुमार तिवारी ने इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. इस संस्थान ने कहा है कि जीतन राम मांझी माफी मांगें, संगठन ने कहा है कि वो पूर्व सीएम के इस बयान के खिलाफ कोर्ट जाएगी.
ब्राह्मणों पर मांझी का विवादित बयान
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) December 19, 2021
"आज कल हमारे गरीब तबके में धर्म की परायणता ज्यादा आ रही है. सत्य नारायण पूजा का नाम हम नहीं जानते थे लेकिन 'साला' अब हम लोगों के हर टोला में उनकी पूजा हो रही है. पंडित 'हरामी' आते हैं और कहते हैं कि हम खाएंगे नहीं, हमको नगद ही दे दीजिए"- मांझी pic.twitter.com/3dNdOhFMem
"मैं राम को भगवान नहीं मानता, वो आदमी नहीं था. वो काल्पनिक है."- मांझी pic.twitter.com/J3BdD7FdIy
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) December 19, 2021
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