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दिग्विजय सिंह का विवादित बयान, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से कर दी RSS की तुलना

Nilmani Pal
25 Sep 2022 2:07 AM GMT
दिग्विजय सिंह का विवादित बयान, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से कर दी RSS की तुलना
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दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को एक और विवादित बयान देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से कर दी. दिग्विजय ने कहा कि जो कोई भी नफरत फैलाता है, वो एक एक थाली के चट्टे-बट्टे हैं. उन्होंने पीएफआई के खिलाफ सरकारी कार्रवाई के बाद आरएसएस और वीएचपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

मध्य प्रदेश में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ कार्रवाई पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि "जो कोई भी हिंसा, घृणा, धार्मिक उन्माद फैलाता है" उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. सिंह ने कहा, "अगर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है तो संघ और वीएचपी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए." पत्रकारों के पूछे जाने पर कि क्या आरएसएस की तुलना पीएफआई से की जा सकती है, सिंह ने कहा, निश्चित रूप से. उन्होंने कहा, "जो कोई भी नफरत, धार्मिक उन्माद फैलाता है, वे एक ही तरह के होते हैं. 'एक ही थाली के चैट-बट्टे हैं.' वे एक-दूसरे के पूरक हैं." राष्ट्रीय जांच एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय और पुलिस की संयुक्त टीमों ने 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ देश के 15 राज्यों में कई छापे मारे और 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. शनिवार को आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 15 राज्यों में फैले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्यों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई का कोड-नाम "ऑपरेशन ऑक्टोपस" था.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इनपुट और सबूतों के बाद इस मामले में तलाशी ली थी कि पीएफआई नेता और कैडर आतंकवाद और आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण में शामिल थे. सशस्त्र प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करते थे और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाते थे. पीएफआई नेताओं और सदस्यों के खिलाफ कई हिंसक कृत्यों में शामिल होने के लिए पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज किए गए.


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