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पश्चिम मध्य रेल में मनाया गया संविधान दिवस

Nilmani Pal
27 Nov 2022 2:22 AM GMT
पश्चिम मध्य रेल में मनाया गया संविधान दिवस
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जबलपुर। पूरे भारत वर्ष में 26 नवंबर 2022 को संविधान दिवस के रूप में मनाया गया। इसी क्रम में भारतीय संविधान के 73 वर्ष पूरे होने के अवसर पर 26 नवम्बर 2022 को पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय एवं तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल तथा कोटा में संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पमरे महाप्रबंधक श्री सुधीर कुमार गुप्ता द्वारा मुख्यालय सभा कक्ष में संविधान की उद्देशिका "हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर 1949 ईस्वी को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं" का वाचन किया गया। इस दौरान मुख्यालय के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक श्री मुकुल सरन माथुर, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक श्री राजेश पाठक, प्रमुख मुख्य यांत्रिक अभियन्ता श्री आर. एस. सक्सेना, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी श्री एस.के. अलबेला, प्रमुख वित्त सलाहकार श्री कार्तिक चौहान, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक श्री विजय कुमार गुप्ता, प्रमुख मुख्य इंजीनियर श्री ए. के. पाण्डेय, प्रमुख मुख्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियर श्री राकेश कुमार गुप्ता, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री डी. सी. अहिरवार, प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक श्री एच. के. श्रीवास्तव तथा महाप्रबंधक सचिव श्री राहुल जयपुरियार सहित अन्य उपस्थित अधिकारियों /रेलकर्मियों द्वारा संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया।

इस अवसर पर ऑन लाइन क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों नें भाग लिया। पमरे विद्यालयों में भी विद्यार्थियों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोेगिता आयोजित की गई।

इस अवसर पर पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर, भोपाल एवं कोटा मण्डलों में मण्डल रेल प्रबंधकों तथा भोपाल एवं कोटा के वर्कशॉप में और विभिन्न स्टेशनों पर संविधान उद्देशिका के पोस्टर्स एवं बैनर्स लगाकर स्टेशन प्रबंधक एवं डिपों प्रबंधकों एवं रेलकर्मियों द्वारा भी संविधान उद्देशिका का वाचन किया गया।

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