कांग्रेस का बड़ा हमला, जो कोई भी PM मोदी के लिए चुनौती बन सकता है, उसको निपटाया जाएगा
नई दिल्ली: भाजपा ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री बनाया है। पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा राजस्थान के सीएम होंगे, जबकि शिवराज सरकार में लो-प्रोफाइल मिनिस्टर रहे मोहन यादव मध्य प्रदेश के सीएम बन गए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में आदिवासी विष्णु देव साय को कमान सौंपी गई है। तीनों ही राज्यों में शिवराज, वसुंधरा और रमन सिंह जैसे दिग्गज नेताओं को मौका नहीं मिला है। इसे लेकर अब कांग्रेस ने सीधा पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह पर तंज कसा है। कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि इन नए चेहरों को चुनने से पता चलता है कि भाजपा में लोकतंत्र नहीं है। यही नहीं कांग्रेस ने आडवाणी और जोशी को भी याद किया है।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘इन तीन नेताओं को मौका मिलना पूरी तरह अप्रत्याशित है। इससे पता चलता है कि मोदी और अमित शाह की पसंद ही मायने रखती है। जनता या विधायकों की पसंद मायने नहीं रखती है। यह अमित शाह और पीएम मोदी की सोच है।’ कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी एक पोस्ट किया है, जिसमें लिखा है कि भाजपा किसको मुख्यमंत्री बनाये किसको नहीं यह उनका अपना मामला है। लेकिन तीन राज्यों के निर्णयों को ऐतिहासिक बताना कहां तक सही है?’
इसके आगे सुप्रिया एक्स पर लिखती हैं, ‘असलियत यह है कि यह भाजपा के क्षेत्रीय क्षत्रपों का अंत है। जो कोई भी PM मोदी के लिए चुनौती बन सकता है, उसको निपटाया जाएगा और चुने हुए विधायक नहीं बल्कि दिल्ली में 2 लोगों का फ़ैसला ही थोपा जाएगा। यह मुख्यमंत्री कठपुतलियों की तरह इनके इशारे पर चलेंगे और जब साहेब का मन आएगा इनमें से कोई भी कभी भी निकाल दिया जाएगा- जैसा कि उत्तराखंड, गुजरात, असम जैसे अनेक राज्यों में हुआ।’ सुप्रिया श्रीनेत ने इससे आगे लिखा कि भाजपा के अंदर लोकतंत्र पूरी तरह से ख़त्म है और पार्टी के नाम पर दो लोगों की मनमर्ज़ी चलती है।
यही नहीं भाजपा में मार्गदर्शक मंडल बनाए जाने का भी जिक्र सुप्रिया श्रीनेत ने किया। सुप्रिया ने लिखा, जिसने आडवाणी, जोशी, सिन्हा, शौरी जैसों को मार्ग दर्शक मंडल में खदेड़ दिया – उनके लिए यह कौन सी बड़ी बात है!’ गौरतलब है कि 2014 में भाजपा के सत्ता में आने पर लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और शांता कुमार जैसे वरिष्ठ नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया था।
भाजपा किसको मुख्यमंत्री बनाये किसको नहीं यह उनका अपना मामला है लेकिन तीन राज्यों के निर्णयों को ऐतिहासिक बताना कहाँ तक सही है?
असलियत यह है कि:
▪️यह भाजपा के क्षेत्रीय क्षत्रपों का अंत है
▪️जो कोई भी PM मोदी के लिए चुनौती बन सकता है, उसको निपटाया जाएगा
▪️चुने हुए विधायक नहीं…
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) December 13, 2023