दिल्ली। हाल ही में पांच राज्यों में मिली हार के बाद रविवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की बैठक हुई. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी बैठक में सभी नेताओं की बात सुनी और कहा कि वो पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी आवश्यक बदलाव करने की इच्छुक हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने ने अपने भाषण में कहा कि अगर पार्टी को लगता है तो हम तीनों (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा) इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं, लेकिन सीडब्लूसी ने सर्वसम्मति से इसे खारिज कर दिया. सीडब्ल्यूसी में शामिल नेताओं ने उनके नेतृत्व में भरोसा जताते हुए उनसे आग्रह किया कि संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक वो पद पर बनीं रहें.
एक सवाल के जवाब में सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की यह भावना रही है कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद की कमान संभालें, लेकिन अध्यक्ष का फैसला संगठनात्मक चुनाव के माध्यम से ही होगा. कांग्रेस की ओर से तय चुनाव कार्यक्रम के अनुसार अध्यक्ष का चुनाव इस साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होना है. बैठक से पहले, गहलोत, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और कई अन्य नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग की. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने कहा कि आज के समय में राहुल गांधी देश के इकलौते नेता हैं, जो पूरे दमखम के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर रहे हैं.
कांग्रेस की ये अहम बैठक ऐसे समय हुई है, जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है, सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं. साथ ही भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है.