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कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, बोले- 'मन की बात तुम्हारी हर दम झूठ, खेती कानून किसानों की लूट'

Deepa Sahu
22 Jun 2021 5:50 PM GMT
कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, बोले- मन की बात तुम्हारी हर दम झूठ, खेती कानून किसानों की लूट
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26 नवंबर से शुरू हुआ किसान आंदोलन अभी तक जारी है

26 नवंबर से शुरू हुआ किसान आंदोलन अभी तक जारी है लेकिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसी तरह राजी नहीं हुई है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि राज्यों से आए किसान दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं जहां किसानों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। दिग्गज अभिनेता और कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने किसान आंदोलन के समर्थन में एक ट्वीट किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।

राज बब्बर ने अपने ट्वीट में लिखा कि जिन्हें लगता है कि किसान आंदोलन समाप्त हो जाएगा वो जल्द ही इस बात को समझ जाएंगे कि किसान आंदोलन कितना मजबूत है। उन्होंने ट्वीट किया, 'सत्य, धैर्य, हौसला, फ़तेह का यक़ीन- इनसे बनती है किसान की ताक़त। 200+ दिन के संकल्प और 500+ क़ुर्बानियों के बावजूद जिन्हें ग़लतफ़हमी है – वे बहुत जल्द मानेंगे किसान कमज़ोर नहीं ज़ोरदार है। बातें मन की तुम्हारी हरदम है झूठ, खेती कानून किसानों की लूट।' राज बब्बर के इस ट्वीट पर यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। रमेश राणा नाम के एक यूजर लिखते हैं, 'जब तक बिल वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं। किसान एकता जिंदाबाद।' सम्राट सलीम नाम के एक यूजर ने लिखा, 'किसान झुकेगा नहीं, ना झुकने देगा।'

आपको बता दें कि किसान आंदोलन के अग्रणी नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही तो वो अपनी बात अब राज्यपाल के माध्यम से कहेंगे। उन्होंने घोषणा की है कि 26 जून को लोग हर राज्य में राज्यपाल या उपराज्यपाल के यहां जाएंगे और अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं सुन रही तो हम राज्यपाल के पास जाएंगे। वो बोले, 'हम राज्यपाल को ज्ञापन देंगे और मिलेंगे। कोरोना है तो 5-6 लोग जाएंगे। अगर सरकार नहीं सुन रही है तो राज्यपाल और राष्ट्रपति बड़े होते हैं। हम राज्यपाल के माध्यम से अपनी बात कहेंगे।'
राकेश टिकैत ने एक ट्वीट भी किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, 'तीनों कृषि कानून के माध्यम से सरकार ने कॉरपोरेट्स को किसानों की लूट के लिए रास्ता दिया है, अगर यह कृषि कानून होते तो अब तक वापस ले लिए जाते लेकिन यह व्यापारी के कानून हैं इसलिए सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है।'
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