जबलपुर। मध्य प्रदेश में सियासत के नए नए रंग देखने को मिलते हैं. राजनीति में एक ओहदा पाने के लिए जहां कार्यकर्ता दिन रात नेताओं के आगे पीछे घूमते हैं और सालों तक उन्हें कार्यकर्ता से नेता बनने का मौका नहीं मिलता है. जबकि कई बार ऐसी खामियां भी हो जाती हैं जब किसी को बिन मांगे सबकुछ मिल जाता है. हालांकि एक दल के कार्यकर्ता को दूसरे दल में नेता बना दिया जाए ऐसा कभी नहीं सुना गया. दरअसल हाल ही में घोषित हुए यूथ कांग्रेस के परिणामों में हर्षित सिंघई (Harshit Singhai) को यूथ कांग्रेस का प्रदेश सचिव बना दिया गया है. जबकि जबलपुर (Jabalpur) के रहने वाले हर्षित दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के साथ आठ 8 महीने पहले कांग्रेस छोड़ चुके हैं. वहीं, कांग्रेस की इस गलती पर भाजपा ने चुटकी ली है.
दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आठ 8 महीने पहले कांग्रेस छोड़ते वक्त पार्टी छोड़ने के साथ ही हर्षित ने कांग्रेस और युवा कांग्रेस के तमाम जिम्मेदार पदाधिकारियों को पत्र लिखकर और सोशल मीडिया के माध्यम से पार्टी छोड़ने की जानकारी भी दे दी थी. बावजूद इसके उन्हें 8 महीने बाद सचिव बनाना बड़ी चूक नजर आ रही है. हर्षित के अनुसार यह मामूली गलती नहीं है बल्कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों में होने वाली धांधली का परिणाम है.
कांग्रेस की इस गलती पर भाजपा प्रवक्ता जमा खान ने तंज कसा है. उन्होंने कांग्रेस के अंदर मचे घमासान को इसके लिए जिम्मेदार बताया है. जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक हर्षित कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके हैं और वे किसी भी सूरत में इस पद को स्वीकार करने कांग्रेस में वापस नहीं जाना चाहते हैं.