मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने सीनियर नेता मानक अग्रवाल को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है. यह कार्रवाई अनुशासन समिति ने की है. उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया है. हिन्दू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ मानक अग्रवाल ने मोर्चा खोल लिया था.उन्होंने सीधे कमलनाथ से सवाल किया था.मानक अग्रवाल एआईसीसी के मेंबर हैं.उनका कहना है जिस तरीके उनके खिलाफ कार्रवाई की गई वह गलत है. मानक अग्रवाल ने ट्वीट कर कमलनाथ से सवाल पूछा था कि कमलनाथ जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह गोडसे की विचारधारा के साथ हैं या गांधी जी की विचारधारा के साथ.जिस तरीके से उन्होंने पिछले दिनों तारीफ की है, उससे यह स्पष्ट होता है कि वह हमेशा से पार्टी की विचारधारा के विपरीत चले हैं.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने उप चुनाव के दौरान कांग्रेस से दल बदलकर बीजेपी में गयी अपनी पूर्व कैबिनेट मंत्री इमरती देवी पर टिप्पणी की थी.उस टिप्पणी की पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी निंदा की थी. उसके बाद माणक अग्रवाल ने कमलनाथ को आड़े हाथों लिया था. माणक अग्रवाल ने कहा था राहुल गांधी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता हैं. सारे कांग्रेसजन चाहें वो मध्य प्रदेश के हों या हिंदुस्तान के, उनके मार्गदर्शन में काम करते हैं. भाजपा सहित जितना भी विपक्ष है, उन पर आक्रमण करता रहता है.पर वो सत्य से कभी डिगते नहीं हैं.इमरती देवी के मामले में भी उन्होंने सत्य का पक्ष लिया है. मैं समझता हूं जब राहुल गांधी ने कहा है कि गलती हुई है तो उसके बाद कमलनाथ जी को तत्काल माफी मांग लेनी चाहिए.
मानक अग्रवाल को पार्टी से निष्कासित करने पर कांग्रेस ने गोलमोल जवाब दिया.पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने कहा लोगों के हृदय परिवर्तन होते हैं.जो कांग्रेस के मंत्री थे वह बीजेपी में चले गए. कांग्रेस पार्टी गांधी विचारधारा में विश्वास रखती है जो इस विचारधारा के रहते हैं, वह कांग्रेस पार्टी से जुड़ जाते हैं. मुझे इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं है. जानकारी लेने के बाद बात ही टिप्पणी करूंगा.