कर्नाटक। एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर द्वारा किए गए एग्जिट पोल से संकेत मिलता है कि कर्नाटक में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस दक्षिणी राज्य में बहुमत हासिल करने के करीब है। पहले के अनुमानों के विपरीत सत्तारूढ़ भाजपा अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन करती प्रतीत हो रही है, हालांकि वह कांग्रेस से पीछे है और सत्ता में बने रहने की संभावना नहीं है।
त्रिकोणीय मुकाबले में जद (एस) के काफी कमजोर होने की संभावना जताई जा रही है। एबीपी/सी-वोटर एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार चुनाव में कांग्रेस को 100 से 112 सीटें मिलने की उम्मीद है। 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में साधारण बहुमत के लिए 113 सीटों की आवश्यकता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 80 सीटों पर जीत हासिल की थी। एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस को 41.1 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जो 2018 के मुकाबले 3.1 प्रतिशत अधिक है।
सत्तारूढ़ भाजपा का प्रदर्शन पहले के अनुमान से अच्छा प्रतीत हो रहा है। मार्च और अप्रैल में किए गए सी-वोटर ओपिनियन पोल ने भाजपा सरकार के खिलाफ मजबूत सत्ता विरोधी भावनाओं का संकेत दिया था। लेकिन लगता है कि पार्टी इससे काफी हद तक उबर गई है। एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को 83 से 95 सीटों के बीच जीत का अनुमान है। 2018 में पार्टी ने 104 सीटें जीती थीं। भाजपा के लिए अनुमानित वोट शेयर 38.3 प्रतिशत है, जो कि 2018 के उसके 36 प्रतिशत वोट शेयर से 2.3 प्रतिशत अधिक है।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों के वोट शेयर में बढ़त के साथ जद (एस) को झटका लगता प्रतीत हो रहा है। पार्टी को 14.6 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है, जो 2018 की तुलना में 3.4 प्रतिशत कम है। पार्टी को 21 से 29 सीटों पर जीतने का अनुमान है।