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कांग्रेस ने की दावा...वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था की दुर्दशा छिपाने के लिए किया पैकेज का ऐलान

Deepa Sahu
12 Nov 2020 2:38 PM GMT
कांग्रेस ने की दावा...वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था की दुर्दशा छिपाने के लिए किया पैकेज का ऐलान
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कांग्रेस ने किया दावा...वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था की दुर्दशा छिपाने के लिए किया पैकेज का ऐलान

देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गुरुवार को दावा किया कि देश की अर्थव्यवस्था भयानक मंदी की चपेट में है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने गुरुवार को दावा किया कि देश की अर्थव्यवस्था भयानक मंदी की चपेट में है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस स्थिति को दबाने के लिए पैकेज की घोषणा की है। कांग्रेस ने यह दावा मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी में गिरावट संबंधी अनुमान को लेकर किया।

पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने यह भी आरोप लगाया है कि वित्त मंत्री सीतारमण के पास अर्थव्यवस्था को पटनी पर लाने की कोई योजना नहीं है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में जीडीपी 8.6 फीसदी तक सिकुड़ जाएगी।

चिदंबरम ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश के इतिहास में पहली बार अर्थव्यवस्था मंदी में चली गई है। इससे संबंधित जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उनसे संकेत मिलता है कि दूसरी तिमाही में जीडीपी में 8.6 फीसदी की गिरावट आई है। लगातार दो तिमाहियों में नकारात्मक विकास दर का मतलब भयानक मंदी है।

उन्होंने कहा, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मौजूदा समय में चार कदमों की जरूरत है। पहला यह कि किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिले। उन्हें पूरा न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलना चाहिए। मांग को बढ़ाने की जरूरत है। नए रोजगार के सृजन की जरूरत है। राज्यों को केंद्र की ओर से अधिक पैसा दिया जाए।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पहली बार हो रहा है कि जीडीपी विकास दर में कमी नहीं, बल्कि जीडीपी ही घट गई है। उन्होंने कहा, 'मोटी-मोटी घोषणाएं की गई हैं और इनका क्या असर होगा, यह आगे पता चलेगा। लेकिन वित्त मंत्री ने रिजर्व बैंक के अनुमान से जुड़ी खबर को दबाने के लिए ही पैकेज की घोषणा की।'

उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को रोजगार प्रोत्साहन के लिये नई योजना की घोषणा की। इसके तहत नई नियुक्तियां करने वाले प्रतिष्ठानों को भविष्य निधि योगदान में सहायता प्रदान की जाएगी। हालांकि, सीतारमण ने कहा कि हाल में आए आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुधार आने के संकेत दे रहे हैं।

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