जवाहलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद कुमार चौधरी अपना दिन डेटा एंट्री में बिताते हैं, लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि बेहद सरल दिखने वाले इस प्रतिभाशाली व्यक्ति के नाम पर एक-दो नहीं बल्कि नौ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। चौधरी का काम कम्प्यूटर पर डेटा एंट्री करने का है और वह इसके लिए की-बोर्ड पर काम करते हैं, लेकिन टाइपिंग स्पीड के प्रति उनकी दीवानगी कुछ ऐसी है कि उन्होंने अलग-अलग तरह से टाइपिंग में भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। विनोद कुमार चौधरी (41) विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एन्वायरमेंटल साइंसेज (एसईएस) में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं और उन्होंने ताजा वर्ल्ड रिकॉर्ड पिछले साल कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान बनाया है।
चौधरी के नाम 2014 में नाक से सबसे ज्यादा तेज गति से टाइपिंग करने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा आंखों पर पट्टी बांधकर तेज गति से टाइप करने और मुंह में लकड़ी रख कर टाइप करने के मामले में सबसे तेज का रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम पर हैं। वह अपने घर पर गरीब और दिव्यांग बच्चों के लिए एक कंप्यूटर सेंटर चलाते हैं और वहां की दीवारों पर उनके द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड की तस्वीरें चस्पा हैं। उन्होंने बताया कि मुझे हमेशा ही स्पीड में दिलचस्पी रही है। बचपन में मुझे खेलों से बहुत लगाव था, लेकिन बड़े होने पर स्वास्थ्य कारणों से मैं उसे लेकर आगे नहीं बढ़ पाया। इसके बाद कंप्यूटर पर टाइपिंग स्पीड को लेकर मुझे ऐसी दीवानगी हो गई। मैंने पहला रिकॉर्ड 2014 में बनाया, जब मैंने अपनी नाक से 46.30 सेकेंड में 103 अक्षर टाइप किए। इस तरह की टाइपिंग करने में अब तक का यह सबसे कम समय है।
जब पहली बार मुझे इस रिकॉर्ड के लिए मेरा सर्टिफिकेट मिला तो इसने मुझे एक अलग तरह की प्रेरणा दी और मैंने इस तरह के और रिकॉर्ड के लिए अभ्यास करना शुरू कर दिया। मैंने अगले एक साल अभ्यास में बिताया और 2016 में मैंने दो नए रिकॉर्ड बनाए। उनका दूसरा रिकॉर्ड 2016 में 6.71 सेकेंड में आंखों पर पट्टी बांधकर सबसे तेज टाइपिंग का रिकॉर्ड था, इसके बाद 6.09 सेकंड में सबसे तेज टाइपिंग का रिकॉर्ड था। सोशियोलॉजी में मास्टर डिग्री रखने वाले चौधरी ने 2017 में मुंह में छड़ी पकड़कर 18.65 सेकेंड के भीतर सभी अक्षर टाइप करने का रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने 2018 में 17.69 सेकेंड में और फिर 2019 में 17.01 सेकेंड में यही उपलब्धि हासिल कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा।
2019 में चौधरी ने एक उंगली से सबसे तेज टाइपिंग के लिए गिनीज बुक में एक बार और नाम दर्ज कराया, जहां उन्होंने 29.53 सेकेंड में सभी अक्षरों को टाइप किया। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य गिनीज बुक में 19 से अधिक एंट्री करना है, यह रिकॉर्ड अभी क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम है। मैं नए विचारों की तलाश करता रहता हूं और उनके लिए अभ्यास करता रहता हूं।
नांगलोई में रहने वाले चौधरी का कहना है कि वह एक कंप्यूटर संस्थान बनाना चाहते हैं जिसमें किसी तरह के बुनियादी ढांचे की सीमा न हो और जरूरतमंदों को मुफ्त ट्रेनिंग प्रदान कर सकें। उन्होंने कहा कि अभी मैं इसे घर पर चलाता हूं। मेरे पास कुछ कंप्यूटर हैं जहां छात्र अभ्यास कर सकते हैं, लेकिन आर्थिक रूप से मेरी अपनी सीमाएं हैं। मेरी योजना किसी दिन इसका विस्तार केंद्र तक करने की है। चौधरी ने कहा कि उनका नया रिकॉर्ड टाइपिंग के लिए नहीं था क्योंकि वह कुछ नया करने की कोशिश करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उनका आखिरी रिकॉर्ड एक मिनट में हाथ से सबसे ज्यादा बार टेनिस बॉल छूने का है। उन्होंने कहा कि वह एक मिनट में 205 बार ऐसा कर सकते हैं। गिनीज बुक में यह पहला ऐसा रिकॉर्ड है। जब उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए यह प्रस्ताव दिया गया तो उनके सामने 180 बार ऐसा करने का लक्ष्य रखा गया था।