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पेचीदा मामला: शादी के दिन अचानक गांव से गायब हुआ दूल्हा, फिर हुआ ऐसा खुलासा जिसने लोगों के पैरों तले ज़मीन खिसका दी

jantaserishta.com
13 Jan 2021 11:47 AM GMT
पेचीदा मामला: शादी के दिन अचानक गांव से गायब हुआ दूल्हा, फिर हुआ ऐसा खुलासा जिसने लोगों के पैरों तले ज़मीन खिसका दी
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एक शख्स दूल्हा बनने वाला था. कुछ घंटों में उसकी शादी होने वाली थी. लेकिन वो अचानक गायब हो जाता है. फिर उसकी तलाश शुरू होती है. युवक तो नहीं मिलता मगर गांव के एक कुएं में उसकी लाश ज़रूर मिलती है. बात यहीं खत्म नहीं होती. इसके बाद उसी गांव से एक लड़की भी गायब हो जाती है. अब सवाल उठ रहा था कि क्या उसी लड़की ने दुल्हे का कत्ल किया था. मामला बिहार के हाजीपुर का है.

शादी के कार्ड बंट चुके थे. मंडप भी सज चुका था. घर मेहमानों से अटा पड़ा था. रस्मों-रिवाज के सिलसिले चल रहे थे. लेकिन इसी बीच दूल्हा अचानक सीन से गायब हो गया. शादी 12 दिसंबर को थी. दुल्हा 8 और 9 दिसंबर की दरम्यानी रात अपने कमरे में ही सोया था. लेकिन सुबह होते-होते वो अपने घर से ऐसा गायब हुआ कि फिर किसी को ढूंढे नहीं मिला. घरवाले परेशान हो गए. और तो और उसका मोबाइल फ़ोन भी लगातार स्विच्ड ऑफ़ आ रहा था.
ऐसे में परेशान हाल घरवालों ने पहले नाते-रिश्तेदारों में पूछताछ की. पता करने की कोशिश की कि कहीं नंदन उनके पास तो नहीं है या फिर उन्हें नंदन की कोई खबर तो नहीं है. लेकिन जब सारी कोशिशें बेकार गईं, तो घरवाले पुलिस के पास पहुंचे. और शादी से ऐन पहले दूल्हे के गायब होने की रिपोर्ट लिखवा दी.
मामला बेहद पेचीदा था. लेकिन पुलिस ने भी शुरुआती तौर पर इसे शादी से पैदा हुए विवाद के तौर पर लिया और घरवालों के ये कह कर थाने से रवाना कर दिया कि शायद दूल्हा अपनी मर्ज़ी से ही कहीं चला गया होगा. इस तरह 4 दिन दूल्हे की तलाश में ही निकल गए. इसके बाद जो खबर सामने आई, उसने लोगों के पैरों तले ज़मीन खिसका दी.
जी हां, दूल्हे की जान जा चुकी थी. उसकी लाश गांव के एक कोने पर बने अंधे कुएं के अंदर पड़ी थी. वो तो शायद लोगों को कुछ और दिनों तक भी दूल्हे नंदन की मौत का पता नहीं चलता, अगर गांव के ही एक बच्चे ने कौतुहलवश कुएं में ना झांका होता. बच्चे ने कुएं में झांक कर क्या देखा, उसकी तो चीख ही निकल गई. कुएं की गहराई में पानी पर एक लाश तैर रही थी. वो चीखता-चिल्लाता घरवालों के पास पहुंचा और कुएं में लाश होने की खबर दी.
चूंकि गांव का बेटा नंदन पिछले चार दिनों से गायब था, उसके घरवालों को लगा कि कहीं ऐसा ना हो कि लाश नंदन की ही हो. घरवाले फौरन कुएं तक पहुंचे. ऊपर से उन्हें लाश का चेहरा तो नज़र नहीं आया, लेकिन कपड़ों से ये समझते देर नहीं लगी कि लाश नंदन की ही है. अब नंदन के परिवार के साथ-साथ पूरे गांव में कोहराम मच चुका था.
सवाल ये था कि आख़िर शादी से ऐन पहले नंदन की ये हालत कैसे हुई? वो अपने घर से खुद गायब हुआ या फिर किसी ने उसे गायब कर दिया? क्या उसकी हत्या हुई या फिर उसने कुएं में छलांग लगा कर खुदकुशी कर ली? सवाल ये भी था कि आख़िर शादी से ऐन पहले उसकी हत्या की वजह क्या हो सकती थी? अगर ये खुदकुशी थी तो फिर नंदन ने ऐसा क्यों किया? क्या वो अपनी शादी से खुश नहीं था, जबकि घरवालों का तो कहना था कि उसे अपनी शादी से कोई शिकायत नहीं थी.
कुल मिलाकर, दूल्हे नंदन की मौत को लेकर अनगिनत सवाल थे. लेकिन तमाम सवालों के जवाब तक पहुंचने के लिए गहरी तफ्तीश की दरकार थी. पुलिस मौका-ए-वारदात तक आ पहुंची. चूंकि कुआं बेहद गहरा, संकरा और अंधेरा था, लाश को बाहर निकालना आसान नहीं था. ऐसे में लोगों ने पंप सेट से कुएं में लबालब पानी भरा और जब पानी ऊपर तक आ गया, तो पानी के साथ-साथ लाश भी ऊपर आ गई. गांववालों की मदद से पुलिस ने लाश बाहर निकलवाई, लाश की हालत देखते ही नंदन के घरवाले होश खो बैठे. नंदन के पूरे जिस्म पर चोट के अनगिनत निशान थे, जबकि आंखें बाहर निकली हुई थीं.
तो क्या... नंदन का क़त्ल किया था? सबूत तो कुछ यही ईशारा कर रहे थे. अब सवाल ये था कि आख़िर कौन है क़ातिल? और क्या है इस क़त्ल की वजह? पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार था. ज़ाहिर है चूंकि मामला चार दिन की गुमशुदगी और उसके बाद लाश मिलने का था, पुलिस की जांच की शुरुआत भी टेक्निकल सर्विलांस के साथ की. नंदन का मोबाइल फोन तो खैर पुलिस को उसकी लाश की जेब से ही मिल गया. लेकिन पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल जानना चाहती थी.
पुलिस ने लड़के के मोबाइल फ़ोन पर आए और फोन से किए गए कॉल्स की जांच की. पहली ही कोशिश में चौंकानेवाली जानकारी सामने आई. पुलिस को पता चला कि लड़का अपने घर से गायब होने के चंद घंटे पहले तक अपने पड़ोस में ही यानी गांव में ही रहनेवाली एक लड़की से लगातार लंबी-लंबी बातें कर रहा था. और तो और लड़के की बात लड़की के साथ-साथ उसके बीमार और बुजुर्ग पिता के फ़ोन नंबर पर भी हुई थी.
पुलिस फौरन लड़की के घर पहुंची. मगर लड़की गायब थी. अलबत्ता लड़की के बुजुर्ग माता-पिता ज़रूर मिल गए. लेकिन उनसे हुई पूछताछ में पुलिस को कोई खास कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि दोनों अपनी बेटी के साथ पड़ोस में रहनेवाले नंदन के किसी भी रिश्ते से पूरी तरह अंजान थे. पुलिस ने इस सिलसिले में लड़की के एक दोस्त को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात ही निकला.
फिलहाल, नंदन की मौत और मौत के फ़ौरन बाद ही पड़ोस की लड़की का गायब हो जाना. और गायब होने से पहले उसका लगातार नंदन से फ़ोन पर बातें करना इस बात की तरफ इशारा करता है कि नंदन की मौत से गायब लड़की का कोई ना कोई रिश्ता ज़रूर है. और ये सच तभी सामने आ सकता है, जब या तो लड़की मिल जाए. या फिर लड़की के बारे में पुलिस को कोई नई ख़बर मिल जाए.
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