कमिश्नर बने यात्री: बस कंडक्टरों और चालकों की खुल गई पोल, निलंबन का आदेश जारी
कानपुर कमिश्नर डॉ. राज शेखर समेत जिले के सात अफसरों ने गुरुवार को सिटी बसों में सफर करके हकीकत जानी। सभी बसों में चालक-कंडक्टर बिना मास्क-वर्दी के मिले। कमिश्नर ने तत्काल प्रभाव से 13 बस कंडक्टरों को निलंबित कर 14 बस चालकों की सेवा समाप्त कर दी है। लापरवाही पर प्रवर्तन दल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है। कमिश्नर डॉ. राज शेखर ने हर्ष नगर से चुन्नीगंज और रावतपुर से हर्ष नगर की दो सिटी बसों की हकीकत जानने के लिए टिकट लेकर सामान्य यात्री की तरह सफर किया। इसी तरह से छह अन्य अफसरों ने 12 बसों में सफर किया। चालक व कंडक्टर ही नहीं, आधे यात्री भी बिना मास्क थे। कंडक्टर ने उनको मास्क पहनने के लिए नहीं कहा। ड्राइवरों का ब्रीथ एनालाइजर से टेस्ट किया गया। कमिश्नर ने बताया कि बड़े पैमाने पर लापरवाही पर कंडक्टरों को निलंबित किया गया है। ड्राइवरों को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटाने का निर्देश दिया है। प्रवर्तन दल के सभी सदस्यों के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं। बस शेल्टर, एलईडी डिस्प्ले, बेहतर समय सारिणी, अच्छे रखरखाव आदि पर चर्चा के लिए सिटी बस निगम की एक उच्चस्तरीय बैठक 9 सितंबर को बुलाई गई है।
कमिश्नर ने बताया कि बसों का रखरखाव व चालक मुहैया कराने वाली निजी एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। खराब रखरखाव, खराब पर्यवेक्षण और ड्राइवरों पर प्रभावी नियंत्रण न रखने के लिए ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस दिया जाएगा। एआरएम (सिटी बस सेवाएं) को भी कारण बताओ नोटिस दिया जाए। चालक व परिचालक वर्दी/तय पोशाक नहीं पहने थे, आधे से ज्यादा यात्री बिना मास्क मिले