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पुलिस का सराहनीय काम: थाना प्रभारी को भटकती मिली बच्ची, परिजनों को ढूंढने मिशन में जुटे
jantaserishta.com
28 Sep 2021 2:46 AM GMT
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सामान्य तौर पर पुलिस को आमलोग अलग तरीक से देखते हैं.
सिमडेगा. सामान्य तौर पर पुलिस को आमलोग अलग तरीक से देखते हैं. लोगों को पुलिस पर मानवीय काम करने का एतबार कम ही होता है, लेकिन झारखंड के सिमडेगा में पुलिस ने इस धारणा से हटकर काम किया है. सिमडेगा की बानो पुलिस ने एक बच्ची को उसे परिजनों से मिलवाने के लिए पुरजोर कोशिश की और बच्ची को उसके अभिभवक तक पहुंचा कर ही दम लिया. दरअसल, एक बच्ची भटकती हुई बानो थाना क्षेत्र में पहुंच गई थी. थाना प्रभारी को जैसे ही इसकी सूचना मिली वह मौके पर पहुंचे और उसे उसके अभिभावकों के पास पहुंचाने के मिशन में जुट गए.
बानो थाना प्रभारी प्रभात कुमार ने बताया कि एक बच्ची रास्ता भटक कर बानो प्रखंड मुख्यालय तक पहुंच गई थी. जब इस बात की सूचना मिली तो थाना प्रभारी प्रभात कुमार खुद वहां पहुंच गए, जहां बच्ची भटक की आई थी. वह उस बच्ची को अपने साथ थाना ले आए. बच्ची फटे-पुराने कपड़े पहने डरी-सहमी थी. उसके चेहरे से यह साफ झलक रहा था कि वह भूखी है. थाना प्रभारी ने महिला चौकीदार के साथ बच्ची को बिठाया और उसके लिए नए कपड़े, चप्पल, खिलौने आदि की व्यवस्था की. बच्ची के थोड़ा सामान्य होने पर बानो पुलिस ने उसे खाना खिलाया. इसके बाद बच्ची का चेहरा ठीक उसी तरह खिल उठा जैसे कोई मुरझाया हुआ फूल खिल उठा हो.
इसके बाद थाना प्रभारी प्रभात ने बच्ची के साथ हंसते-खेलते उसका नाम और परिजनों के बारे में पूछने लगे, तब पता चला कि बच्ची का नाम इतवारी बडिंग है. उसका घर जलडेगा थाना क्षेत्र के खरवागढ़ा पहाड़टोली है. बच्ची ने बताया कि उसके पिता को बहुत पहले एक पागल कुते ने काट लिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी. बच्ची की मां भी अर्धविक्षिप्त है, जिस कारण इतवारी कोलेबिरा थाना क्षेत्र के रामजड़ी में अपने मामा अघनु के घर पर रहती थी. वह घर से निकली और रास्ता भटक कर यहां तक पंहुच गई. बच्ची ने बताया कि उसके एक मामा तीनसोकरा में रहते हैं और वह वहीं जाना चाहती है.
बच्ची द्वारा दी गई सूचना के आधार पर बानो थाना प्रभारी पता करते हुए तीनसोकरा से उसके मामा अगला मुंडा को ढूंढ़ लिया और इतवारी को उन्हें सौंप दिया. बानो पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सिमडेगा में पुलिस सिर्फ अपराधियों में नकेल कसने तक सीमित नहीं है। पुलिस अपराध नियंत्रण के साथ हमदर्द भी है जो बेसहारों का सहारा बन नेक कार्य भी करती है.
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