मध्य प्रदेश के जबलपुर में पति-पत्नी और वो का एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां पति ने अपनी कथित प्रेमिका के लिए पत्नी की बेरहमी से पिटाई कर दी।खास बात यह कि पति कोई आम इंसान नहीं बल्कि जबलपुर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का नेशनल कोच है जो कि कई लड़कियों को ट्रेनिंग देता है। इस वारदात के बाद जिससे एक बात तो साफ हो गई है कि अभी तक खेल संस्थानों में यौन शोषण और उत्पीड़न की बातें दबे स्वर में सुनाई देती थी लेकिन यदि पत्नि के आरोप सही साबित हुए तो एक बड़ा मामला सामने आ सकता है।
दरअसल, जबलपुर के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कैंपस के अंदर बने आर्चरी ट्रेनिंग सेंटर में मुख्य कोच की पत्नी ने उस वक्त जमकर हंगामा किया जब लड़कियों को आर्चरी की ट्रेनिंग दी जा रही थी। कोच की पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके पति के संबंध उसकी एक शिष्या से हैं। हंगामा बढ़ा तो पति और पत्नी के बीच में मारपीट शुरू हो गई। मामला तब और गंभीर हो गया जब कोच के साथी खिलाड़ियों ने भी उसकी पत्नी के साथ मारपीट की और देखते ही देखते आर्चरी की निशानेबाजी का मैदान कुश्ती के मैदान में तब्दील हो गया।
जानकारी के मुताबिक, जबलपुर में आर्चरी को सिखाने के लिए राष्ट्रीय स्तर का एक आर्चरी सेंटर खोला गया है जिसमें राष्ट्रीय स्तर के कुछ लड़के और लड़कियों को आर्चरी की ट्रेनिंग दी जाती है। निशानेबाजी सिखाने के लिए महीनों की ट्रेनिंग दी जाती है इस दौरान कोच और ट्रेनिंग ले रहे खिलाड़ी साथ में बने हुए कैंपस में ही रहते हैं। साल 2016 में रिछपाल सिंह को इस सेंटर का नेशनल कोच नियुक्त किया गया। तभी से रिछपाल सिंह अपनी पत्नी मोहनी के साथ यहां रहकर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं उनके द्वारा तैयार की गई एक महिला खिलाड़ी ने आर्चरी में नेशनल अवार्ड जीता। उस महिला खिलाड़ी के अवार्ड जीतने के बाद से ही रिछपाल सिंह की जिंदगी में एक नया मोड़ आ गया। साल 2018 में रिछपाल सिंह की पत्नी मोहिनी ने आरोप लगाया कि उसके पति और अवार्ड जीतने वाली महिला खिलाड़ी मुस्कान के बीच में अफेयर है जिसको लेकर रिछपाल अपने दिव्यांग बच्चे की अनदेखी कर उसे उसके हाल पर छोड़ दिया है। इधर मोहनी ने अपने पति को उस महिला खिलाड़ी के साथ दिल्ली में रंगे हाथों पकड़ा भी था, इस दौरान उसने अपने पति को समझाइश दी थी और गलत रास्ते पर चलने से रोका था लेकिन मोहनी का आरोप है कि समझाइश के बदले में उसके पति रिछपाल सिंह और उस महिला खिलाड़ी ने उसके साथ मारपीट की थी और उसे वहां से भगा दिया था जिसके बाद मोहनी अपने दिव्यांग बच्चे के साथ जम्मू में रह रही थी। इसके बाद जबलपुर में भी इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच में रोज विवाद होने लगा।
मोहनी ने बताया कि जबलपुर के ट्रेनिंग सेंटर से जब सभी खिलाड़ी ट्रेनिंग लेकर शाम को वापस चले जाते थे तब रिछपाल सिंह उस महिला खिलाड़ी के साथ संदेहास्पद स्थिति में देखे जाते थे। तब भी उसने कई बार जम्मू से यहां आकर रिछपाल सिंह को समझाने की कोशिश की थी लेकिन उसका पति उसकी बात नहीं सुन रहा था। मंगलवार को उसे एक खिलाड़ी ने फोन करके बताया कि रिछपाल सिंह के चेंबर में उस महिला खिलाड़ी के अंडर गारमेंट्स रखे हुए हैं। इस बात का पता लगाने के लिए मोहिनी खिलाड़ियों का ट्रैक सूट पहनकर सेंटर में आईष उस वक्त रिछपाल सिंह उस महिला खिलाड़ी को ट्रेनिंग दे रहे थे। दोनों को साथ में खड़ा हुआ देखकर मोहनी अपने खुद को रोक नहीं पाई और उसने रिछपाल सिंह से विवाद करना शुरू कर दिया इस पर रिछपाल सिंह भड़क गया और उसने मोहनी के साथ ग्राउंड पर ही मारपीट शुरू कर दी। बात इतनी बढ़ी कि रिछपाल सिंह के साथ ही पुरुष खिलाड़ियों ने भी मोहनी पर हमला कर दिया और उसके साथ जमकर मारपीट की। मोहनी अपने बचाव के लिए ग्राउंड से सेंटर के कमरे की तरफ भागी लेकिन रिछपाल सिंह ने उसे सेंटर के कमरे के अंदर बंद करके मारपीट की।इसी दौरान पुलिस और मीडिया के लोग पहुंच गए तब जाकर यह मारपीट रुकी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव कर मोहनी को अपने कब्जे में लिया और इसके बाद दोनों को थाने में चलकर बयान दर्ज करने के लिए कहा। जिसके लिए मोहनी तो तैयार हो गई लेकिन इसी बीच मारपीट करने वाला उसका पति रिछपाल सिंह भाग निकला। पुलिस ने मोहनी की शिकायत पर रिछपाल सिंह के खिलाफ मारपीट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी कर दी है। मोहिनी और उसके पति रिछपाल सिंह के बीच हुए विवाद से खेल संस्थानों में चल रही गंदगी को भी उजागर कर दिया है जिससे एक बात तो साफ हो गई है कि अभी तक खेल संस्थानों में यौन शोषण और उत्पीड़न की बातें दबे स्वर में सुनाई देती थी लेकिन यदि मोहनी के आरोप सही साबित हुए तो यह बात भी साफ हो जाएगी कि खेल संस्थानों में प्रतिभा का आकलन महिला खिलाड़ियों के बदन के उपयोग से होता है। यहां प्रतिभा की कद्र नहीं है। जो इस गंदगी में उतर गया उसे सफलता का मैडल दे दिया जाता है।