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मुश्किल में सीएम के बेटे, कहा था सनातन धर्म मलेरिया-डेंगू की तरह

jantaserishta.com
3 Sep 2023 5:44 AM GMT
मुश्किल में सीएम के बेटे, कहा था सनातन धर्म मलेरिया-डेंगू की तरह
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सनातन धर्म को लेकर दिए गए एक बयान से हंगामा मचा हुआ है.
नई दिल्ली: तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए एक बयान से हंगामा मचा हुआ है. उदयनिधि ने एक सभा को संबोधित करते हुए सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से कर दी. उदयनिधि के इस बयान की तमाम नेताओं द्वारा आलोचना की जा रही है और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है.
सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल द्वारा उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म के खिलाफ उनके उत्तेजक, भड़काऊ और मानहानिकारक बयान के लिए दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी,153ए, 295, और 504 of और आईटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं.
दरअसल, उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की है. उन्होंने कहा है कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए. बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. एजेंसी के मुताबिक उदयनिधि ने शनिवार को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में दिए बयान में कहा,'सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.'
तमिलनाडु की सत्ता पर काबिज डीएमके सरकार में युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा,'सनातन नाम संस्कृत का है. यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है.' उदयनिधि के बयान पर BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि उदयनिधि स्टालिन ने देश की 80 फीसदी आबादी के नरसंहार का आह्वान किया है.
अमित मालवीय की सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उदयनिधि स्टालिन ने उन्हें जवाब देते हुए कहा है कि उन्होंने कभी भी सनातन धर्म को मानने वाले अनुयायियों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया है. हालांकि, उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने दोबारा जोर देकर कहा,'मैं हाशिये पर पड़े समुदायों की तरफ से बोल रहा हूं, जो सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं.'
DMK नेता उदयनिधि ने कहा,'मैं अपनी टिप्पणी के संबंध में किसी भी कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं.डीएमके सरकार एमके स्टालिन के नेतृत्व में सामाजिक न्याय को बनाए रखने और समतावादी समाज की स्थापना करने के लिए संघर्ष करती रहेगी. इस तरह की भगवा धमकियों से डरेंगे नहीं. हम, पेरियार, अन्ना और कलैगनार (करुणानिधि) के अनुयायी हैं और सामाजिक न्याय को बनाए रखने के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे.'
अमित मालवीय ने आगे कहा,'तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन के बेटे और DMK सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है. उनका मानना है कि इसे खत्म किया जाना चाहिए और केवल विरोध नहीं किया जाना चाहिए. संक्षेप में वह सनातन धर्म का पालन करने वाली भारत की 80 फीसदी आबादी के नरसंहार के लिए आह्वान कर रहे हैं. DMK विपक्षी गठबंधन की एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की दीर्घकालिक सहयोगी है. क्या मुंबई बैठक में इस पर ही सहमति बनी थी?'
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