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देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब काफी धीमी हो चली है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब काफी धीमी हो चली है. कोरोना वैक्सीन को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं. सरकार ने 16 जनवरी से वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत का ऐलान भी कर दिया है. सभी राज्य सरकारों ने इस बाबत अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है.
सीएम खट्टर ने रविवार शाम को कहा कि हरियाणा में गरीबों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए सरकार को वित्तीय मदद की अपील भी की. उन्होंने कहा कि यह अच्छा होगा अगर कुछ लोग इसे (वैक्सीनेशन) सब्सिडाइज करने में हमारी मदद करें, क्योंकि इसकी लागत बहुत ज्यादा होने वाली है.
ममता भी कर चुकी हैं ये ऐलान
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कोरोना टीकाकरण को लेकर बड़ा ऐलान किया था. ममता बनर्जी ने कहा था कि राज्य सरकार राज्य के सभी जरूरतमंद लोगों को कोरोना का वैक्सीन फ्री में लगवाएगी. ममता ने कहा था कि राज्य सरकार इसके लिए व्यवस्था कर रही है.
सीएम ममता बनर्जी ने बयान जारी कर कहा था, "मुझे ये घोषणा कर खुशी हो रही है कि हमारी सरकार राज्य के सभी लोगों को बिना किसी खर्चे के कोरोना का वैक्सीन लगाने की व्यवस्था कर रही है."
15 जनवरी तक निपटेंगे त्योहार, 16 से कोरोना पर वार
कोविड वायरस नाम की आपदा से जंग में भारत 16 जनवरी को इतिहास लिखने जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को ये खुशखबरी दी है...उन्होंने ट्वीट में लिखा है, "कोरोना से लड़ाई में 16 जनवरी को एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाने जा रहे हैं. इस दिन से नेशनल लेवल पर वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू होगा. इसमें हमारे बहादुर डॉक्टरों, हेल्थकेयर वर्कर्स, सफाई कर्मचारियों सहित सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी."
16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू करने का फैसला भी सोच-समझकर लिया गया है. लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, और माघ बिहू जैसे त्योहार 15 जनवरी तक निपट जाएंगे. इसके बाद देश कोरोना के खिलाफ अपनी आखिरी लड़ाई की शुरुआत करेगा. वैक्सीनेशन के पूर्वाभ्यास के लिए अब तक 2 बार देशव्यापी ड्राई रन भी किए जा चुके हैं. ये पहले ही तय हो चुका है कि वैक्सीनेशन के पहले चरण में तीन करोड़ भारतीयों को वैक्सीन लगाई जाएगी. जिन्हें तीन ग्रुप्स में बांटा गया है.
पहला ग्रुप हेल्थकेयर वर्कर्स का है, इसमें स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े एक करोड़ कर्मचारी शामिल होंगे. दूसरा ग्रुप होगा फ्रंटलाइन वर्कर्स का, इसमें केंद्र और राज्यों की पुलिस, अर्धसैनिक बल, आपातकालीन सेवाओं से जुड़े कर्मचारी और निगम कर्मचारी शामिल होंगे. तीसरा ग्रुप 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले नागरिक और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों का होगा.
Deepa Sahu
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