मध्यप्रदेश के रतलाम में उज्जैन लोकायुक्त ने कारवाई की है। जिले के जावरा नगर पालिका के सीएमओ कार्यालय में सीएमओ नीता जैन और अधीनस्थ कर्मचारी विजय सक्तावत को 18 हजार 500 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। यह रिश्वत ठेकेदार पवन भावसार से पेंडिंग बिल भुगतान को लेकर ली जा रही थी। ठेकेदार पवन के द्वारा लोकायुक्त उज्जैन को शिकायत के बाद करवाई की गई। जानकारी के मुताबिक जावरा नगर पालिका द्वारा करीब 11 लाख के ठेके पर निर्माण कार्य करवाये गए थे। ठेकेदार पवन भावसार की बची राशि का 20 % रिश्वत मांगा जा रहा था। इस मामले में ठेकेदार पवन ने लोकायुक्त SP उज्जैन से शिकायत की। इसके बाद लोकायुक्त ने शिकायतकर्ता से सीएमओ नीता जैन और बाबू विजय सिंह सक्तावत की काल रिकॉर्डिंग भी करवाई। कॉल रिकॉर्डिंग में दोनो के द्वारा 18,500 रूपये की रिश्वत मांगी गयी थी।
शुक्रवार को तय समय पर शिकायतकर्ता पवन के साथ लोकायुक्त जावरा नगर पालिका पहुंची और जैसे ही रिश्वत के 18,500 की राशि सीएमओ नीता जैन के कक्ष में बाबू विजय ने हाथ में ली। लोकायुक्त ने रंगे हाथों बाबू विजय को गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त ने सीएमओ नीता जैन और बाबु विजय दोनो को आरोपी बनाया और करवाई की है।