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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता शिव ओम और वसूली करने के मामले में बस्ती के असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर को निलंबित कर दिया है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता शिव ओम और वसूली करने के मामले में बस्ती के असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्वीटर हैंडल पर मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश ने आवास विभाग को अवर अभियंता के खिलाफ रिपोर्ट भेजी थी। उन पर आरोप है कि साहिबाबाद में बिना मानचित्र के बहुमंजिला इमारत बनने में इन्होंने अनदेखी की। इनके ऊपर अवैध निर्माण में मिलीभगत का भी आरोप लगाया गया है। आवास विभाग ने मुख्यमंत्री के पूरी रिपोर्ट भेजी थी। इसके आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
इसी तरह असिस्टेंट कमिश्नर (प्रभारी) वाणिज्यकर सचल दल इकाई बस्ती आशुतोष मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच ज्वाइंट कमिश्नर (ई) गोरखपुर को सौंपी गई है। असिस्टेंट कमिश्नर पर टैक्स चोरी रोकने में लापरवाही का आरोप है। सूत्रों का कहना है कि असिस्टेंट कमिश्नर प्रवर्तन आशुतोष मिश्रा के रिश्तेदार मुम्बई कैडर के आईपीएस हैं। वह मुंबई पुलिस में डीसीपी के पद पर तैनात था। वह वसूली के मामले में पिछले कई महीने से फरार चल रहे हैं।
मुम्बई पुलिस को उनकी तलाश है। वसूली मामले में मुम्बई पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसकी छानबीन में फरार आईपीएस और बस्ती में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर प्रवर्तन आशुतोष मिश्रा का नाम शामिल था। हमारे गोरखपुर कार्यालय के अनुसार मुंबई पुलिस असिस्टेंट कमिश्नर को गिरफ्तार कर मुंबई ले गई है।
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