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सीएम शिवराज ने राज्य में बारिश से बर्बाद हुई फसल का जायजा लिया, मुआवजा और राहत का ऐलान

jantaserishta.com
21 March 2023 11:19 AM GMT
सीएम शिवराज ने राज्य में बारिश से बर्बाद हुई फसल का जायजा लिया, मुआवजा और राहत का ऐलान
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भोपाल (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा बेमौसम बारिश के कारण पशुधन की भी हानि हुई है। ऐसे में जमीनी हालात को जानने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद किसानों के बीच पहुंचे और खेतों को भी दौरा किया। इस दौरान सीएम ने किसानों को मुआवजे के अलावा अन्य राहत देने का भी ऐलान किया। राज्य के बड़े हिस्से में बीते दिनों भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिस कारण खेतों में खड़ी और कटी हुई फसल बुरी तरह बर्बाद हो गई है। जिस वजह से किसान चिंतित और परेशान हैं। किसानों के बीच पहुंचे सीएम ने उनसे कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों के 50 प्रतिशत से अधिक के नुकसान पर उन्हें प्रति हेक्टेयर 32 हजार रुपए की राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा की राशि अलग से दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान चिंता नहीं करे, परेशान न हो। चिंता के लिए मैं हूं और किसान भाईयों और बहनों को सभी तरह के संकट से बाहर निकाल कर ले जाऊंगा।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को विदिशा जिले की गुलाबगंज तहसील के पटवारी खेड़ी, घुरदा मड़ी गांव में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद सीएम ने किसानों से कहा कि चिंता न करें, प्रत्येक प्रभावित खेत का सर्वे होगा और उन्हें राहत दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि एक हेक्टेयर फसल में 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर अब 32 हजार, गाय भैंस को हानि पर 37,500, भेड़-बकरी पर 4,000, बछिया पर 2,000 तथा मुर्गा-मुर्गी की हानि पर 100 रुपए प्रत्येक के मान से राहत राशि दी जाएगी। मकानों को क्षति पर भी सहायता दी जाएगी। पीड़ित किसानों की कर्ज वसूली की तारीख बढ़ाई जायेगी, ब्याज भी सरकार भरेगी और अगली फसल के लिए भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन दिलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवारों की बेटी की शादी भी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 56 हजार की राशि देकर करवाई जायेगी। सीएम ने आगे कहा कि वे जानतें हैं जब किसानों की फसल बर्बाद होती है तो उनपर किया बीतती है। राजस्व, कृषि और पंचायत विभाग को टीम सर्वे कर रही हैं और कलेक्टर-कमिश्नर की यह जिम्मेदारी है कि वे समय पर कार्यवाही पूरी करें, जिससे किसानों को त्वरित राहत राशि दी जा सके। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बारिश और ओलावृष्टि से बड़ा नुकसान हुआ है।
बताया गया है कि राज्य के प्रभावित 20 जिलों की 51 तहसीलों के 520 गांवों में 38,900 किसानों की 33,758 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। प्रदेश के 12 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 22 लोगों की मौत हुई है। मंडला, बालाघाट, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी, सिवनी और शहडोल जिलों में 19 मार्च को भारी बारिश हुई थी। कुल 20 जिलों में असमय बारिश और ओलावृष्टि की जानकारी प्राप्त हुई है।
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