मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आत्मनिर्भर मंथन की बैठक के बाद मंगलवार देर शाम में मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा की। इस बैठक के दौरान, उन्होंने मंत्रियों को दलालों से सतर्क रहने की नसीहत दी। सीएम शिवराज ने कोलार डेम के निकट फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में मंगलवार को आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के मंथन के लिए आयोजित बैठक समाप्त होने के बाद देर शाम मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा की। इस दौरान मंत्रियों से कहा कि, आप सभी अपने निजी सचिव व निजी सहायक सोच समझ कर चुनें।
उन्होंने कहा कि आप सोंच रहे होंगे कि मैं ऐसी बातें क्यों कर रहा हूं। तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह ऐसी जाति होती है, जो सत्ता परिवर्तन के साथ बदल जाती है। इस उस क्षण के इंतज़ार में बैठे रहते है कि कब आपके पास कोई पद खाली मिले और ये अपने करीबियों की नियुक्ति करा लें। मेरा कहना है कि आप ऐसे लोगों से सतर्क रहें, नहीं तो आप की साख मिट्टी में मिल जाएगी। वहीं मंत्रियों को नसीहत देते हुए यह भी कहा कि, ऐसे दलालों से बचकर रहें। कई बार ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए दलाल सक्रिय हो जाते हैं। यह ऐसे दलाल होते हैं कि, आपके साथ बैठते हैं और बाहर निकलकर कहते हैं कि बात हो गई है, काम हो जाएगा। सीएम ने मंत्रियो से कहा, सभी अपने विभाग में फोकस करें। नए संकल्पों पर काम करें और सोंचे कि, किन बेहतर चीजों से विकास हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आप लोगों ने बचपन में पढ़ा होगा, 'करत-करत अभ्यास के जड़ मति होत सुजान, रसरी आवत जात ही, सिल पर होत निशान'। अगर हम सोचेंगे की आदत डालेंगे तो दिमाग सोचेगा, यदि नहीं सोचेंगे तो दिमाग कुंद हो जाएगा। सीएम ने इस चर्चा में कहा कि, जब आप फ्रेश रहोगे, तब ज्यादा बेहतर तरीके से सोच पाओगे। नहीं तो टेंशन में बैठ रहोगे। क्या करें? मंत्री जी है। फुर्सत ही नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि हम बेहतर काम करें। इसके लिए सोच विचार कर निर्णय लें।