भारत

शराबबंदी को लेकर सीएम ने कही बड़ी बात, बोले- चाहे जो करना पड़े नहीं होगा कोई समझौता

jantaserishta.com
26 Nov 2021 4:42 PM GMT
शराबबंदी को लेकर सीएम ने कही बड़ी बात, बोले- चाहे जो करना पड़े नहीं होगा कोई समझौता
x
पढ़े पूरी खबर

बिहार में शराबबंदी को लेकर गाहेबगाहे सवाल उठते रहे हैं. जहरीली शराब से मौतों का मामला हो या फिर शराब पीकर सड़क पर हंगामा. हर बार एक ही सवाल पूछा जाता है कि बिहार में शराबबंदी है, तो लोगों को शराब मिलती कहां से है. लेकिन अब बिहार के मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा है कि प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कोई भी समझौता नहीं होगा. सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए जो भी करना पड़े, वो करेंगे.

नशा मुक्ति दिवस पर राज्य के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आजीवन शराब न पीने की शपथ दिलाई गई. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को हिदायत दी कि जांच करें कि अधिकारियों और कर्मचारियों ने ठीक से शपथ ली है या नहीं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा गड़बड़ी पटना में होती है, अगर पटना में कंट्रोल कर लिया जाए तो बाकी जगह भी कंट्रोल हो जाएगा.
सरदार पटेल भवन स्थित बिहार पुलिस मुख्यालय में अधिकांश पुलिसकर्मी मास्क लगाकर शपथ ले रहे थे. इस दौरान फुलवारी शरीफ थाने का स्टाफ शपथ लेते समय हंस रहा था. लिहाजा सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वो शपथ इसलिए दुबारा दिलवा रहे हैं, ताकि याद रहे. इस दौरान सीएम ने कहा कि बीच में शराबबंदी को लेकर ढिलाई चल रही थी.
नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी कानून का सभी दलों ने स्वागत किया था, उन्होंने लालू प्रसाद यादव का नाम लिए बिना कहा कि अब उनके वक्तव्य सुनकर आश्चर्य होता है. कांग्रेस के नेताओं द्वारा शराबबंदी कानून वापस लेने की मांग पर उन्होंने सवाल उठाया कि जब शराबबंदी हुई थी, तो उस समय मद्यनिषेध मंत्री कौन थे? कांग्रेस के ही जलील मस्तान मंत्री पद पर थे.
जहां भी सूचना मिलेगी, पुलिस वहां जाएगी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जहां भी सूचना मिलेगी, पुलिस वहां जाएगी. चाहे वो होटल हो या मैरिज हॉल. उन्होंने चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष के बयान पर एतराज जताते हुए कहा कि ये कहां का तरीका है कि बाहर से आए लोगों को शराब पिलाई जाए. बता दें कि चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ने कहा था कि मैं शराबबंदी का पुरजोर समर्थन करता हूं, लेकिन बाहर से जो लोग बिजनेस मीटिंग के लिए आते हैं, उनके लिए गुजरात की तर्ज पर शराब देने की व्यवस्था हो.
Next Story