महाराष्ट्र। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा ऐलान करते हुए लड़कियों के जन्म से लेकर उनके बालिक होने तक उनके परिवार को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. कैबिनेट बैठक में मंगलवार को शिंदे ने ऐलान किया है कि महाराष्ट्र में जब किसी लड़की का जन्म होगा तो उसके परिवार को 5 हजार रुपए दिए जाएंगे.
इतना ही नहीं जब बेटी पहली कक्षा में पहुंचेगी तो परिवार को 6 हजार रुपए दिए जाएंगे. इसके बाद जब वह कक्षा 6 में पहुंचेगी तब परिवार को 7 हजार रुपए मिलेंगे. इसके बाद बेटी के 11वीं कक्षा में पहुंचने पर 8 हजार रुपए मिलेंगे. जब बेटी बालिग यानी 18 साल की हो जाएगी, तब परिवार को 75 हजार रुपए दिए जाएंगे. इस तरह एक परिवार को बेटी के जन्म से लेकर उसके बालिग होने तक एक लाख रुपए दिए जाएंगे.
बता दें कि इससे मिलती-जुलती लाडली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojana) मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार भी चला रही है. इसके जरिए बेटी के जन्म से लेकर पढ़ाई तक सरकार परिवारों की आर्थिक मदद करती है. बेटियों शिक्षा और शादी में आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी, इसके तहत शुरुआती शिक्षा, उच्च शिक्षा जैसे लॉ, इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए भी मदद मिलती है. बेटी की उम्र 21 साल होने पर शादी ना होने पर राज्य सरकार की तरफ से उसे एकमुश्त 1 लाख रुपये भी दिए जाते हैं.
मध्य प्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2007 को हुई थी. इस योजना को शुरू हुए 16 साल का समय बीत चुका है. एमपी लाडली लक्ष्मी योजना में अब तक करीब 45,16,631 बेटियों का रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है. इसके अलावा एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 13 लाख से ज्यादा बेटियों को छात्रवृत्ति के रूप में 384 करोड़ 31 लाख रुपये बांटे गए हैं. Ladli Laxmi Yojna के तहत सरकार बेटियों के नाम 6000 रुपये का राष्ट्रीय बचत पत्र खरीदती है. इसके बाद बेटी के छठी क्लास में पहुंचने पर 2000 रुपये, 9वीं क्लास में 4000 रुपये और 11वीं क्लास में एडमिशन लेने पर 6000 रुपये और 12वीं क्लास के लिए फिर 6,000 रुपये दिए जाते हैं.