दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन दिनों केंद्र द्वारा लाए अध्यादेश NCCSA के खिलाफ विपक्ष को लामबंद करने में जुटे हुए हैं। कड़ी में वह सीपीएम नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात करेंगे। सीताराम येचुरी से अपनी मुलाकात के बारे में खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर जानकारी है।
अध्यादेश की बात करें तो इसमें कहा गया है कि दिल्ली भारत की राजधानी है, जो सीधे राष्ट्रपति के अधीन है। ऐसे में अधिकारियों के फेरबदल का अधिकार राष्ट्रपति के अधीन रहेगा। इस अध्यादेश के अनुसार, राजधानी में अब अधिकारियों का तबादला और नियुक्ति नेशनल कैपिटल सिविल सर्विसेज अथॉरिटी (एनसीसीएसए) के माध्यम से होगी।
इस अध्यादेश में कहा गया है कि इस एनसीसीएसए के अध्यक्ष दिल्ली के मुख्यमंत्री होंगे, मगर मुख्य सचिव व गृह सचिव इसके सदस्य होंगे। मुख्य सचिव व गृह सचिव की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी। अधिकारियों की नियुक्ति के विषय में एनसीसीएसए उपराज्यपाल को अनुमोदन करेगी और अधिकारियों के तबादला और नियुक्ति में अगर कोई विवाद होता है तो आखिरी फैसला दिल्ली के एलजी का मान्य होगा।