केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से शनिवार को अपील की. गृह मंत्री ने धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढ़ंग से करने की अपील की है. साथ ही ये भी कहा कि सरकार तुरंत वार्ता के लिए भी तैयार है. वहीं, अमित शाह की अपील पर अब किसानों ने विचार करने का फैसला लिया है. कल रविवार को सुबह 9 बजे सिंधु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक होगी. वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर ने किसानों से अपील की है कि वे गृह मंत्री अमित शाह की अपील मानते हुए बात करें.
किसान नेता जगजीत सिंह और शिवकुमार कक्का का कहना है कि हम सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार हैं, लेकिन शर्त नहीं होनी चाहिए. किसान नेताओं का कहना है कि हमें इस बात का दुख है कि अमित शाह ने कंडीशन लगाई है कि पहले आपको एक जो जगह दी गई है वहां जाना चाहिए. उसके बाद बातचीत होगी. यह ठीक नहीं है. किसान नेताओं ने कहा कि बातचीत से ही समस्या का समाधान निकलता है. यह हम मानते हैं, लेकिन अमित शाह ने जो भी कहा है उस पर कल बैठक होगी. हम विचार करेंगे कि हमें आगे क्या करना है. विचार किया जाएगा कि हमको क्या करना है.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर किसान चाहते हैं कि भारत सरकार जल्द बात करे, 3 दिसंबर से पहले बात करे, तो मेरा आपको आश्वासन है कि जैसी ही आप निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित हो जाते हैं, उसके दूसरे ही दिन भारत सरकार आपकी समस्याओं और मांगों पर बातचीत के लिए तैयार है. अमित शाह ने कहा कि अलग-अलग जगह नेशनल और स्टेट हाइवे पर किसान भाई अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ इतनी ठंड में खुले में बैठे हैं, इन सब से मैं अपील करता हूं कि दिल्ली पुलिस आपको एक बड़े मैदान में स्थानांतरित करने के लिए तैयार है, जहां आपको सुरक्षा व्यवस्था और सुविधाएं मिलेंगी.