मुंबई। मायानगरी मुंबई सात साल बाद फिर से अपना खोया रुतबा हासिल कर ली है। अरबपतियों के शहर के रूप में अब मुंबई एशिया में नंबर वन है। जबकि, न्यूयॉर्क के बाद अरबपतियों के मामले में मुंबई अब दुनिया में तीसरे स्थान पर है। न्यूयॉर्क 119 अरबपतियों वाला शहर है। दूसरे स्थान पर 97 अरबपतियों के साथ लंदन है।
हारून की लिस्ट के मुताबिक मैक्सिमम सिटी 26 नए अरबपतियों जोड़ने के कारण चीन की राजनीतिक और सांस्कृतिक राजधानी से आगे निकलने में कामयाब रही है। बीजिंग में एक साल में 18 अरबपति अब करोड़पति बन गए हैं। यानी अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो चुके हैं। अब बिजिंग में केवल 91 अरबपति रह गए हैं और यह दुनिया में चौथे और एशिया में दूसरे स्थान पर है। पांचवें स्थान पर 87 अरबपतियों के साथ शंघाई है।
मुंबई के सभी अरबपतियों की कुल संपत्ति 445 अरब डॉलर है। यह पिछले साल की तुलना में 47% अधिक है। जबकि, बीजिंग के अरबपतियों की कुल संपत्ति 265 अरब डॉलर है। यह पिछले साल की तुलना में 28% कम है। मुंबई पर एनर्जी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे सेक्टर से पैसों की बारिश हो रही है। इसमें मुकेश अंबानी जैसे अरबपति खूब मुनाफा बटोर रहे हैं। रियल एस्टेट के खिलाड़ी मंगल प्रभात लोढ़ा एंड फैमिली प्रतिशत (116%) के लिहाज से मुंबई के सबसे बड़े वेल्थ गेनर थे।अगर दुनिया के अमीरों की लिस्ट की बात करें तो मुकेश अंबानी की संपत्ति में अच्छी ग्रोथ हुई है और वह अपना गढ़ 10वें स्थान पर बरकरार रखने में कामयाब हुए हैं। इसका श्रेय मुख्य रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज को जाता है।
इसी तरह गौतम अडानी की संपत्ति में उल्लेखनीय वृद्धि ने उन्हें वैश्विक स्तर पर आठ पायदान ऊपर 15वें स्थान पर पहुंचा दिया है। एचसीएल के शिव नादर और उनके परिवार ने संपत्ति और वैश्विक रैंकिंग दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। वह 16 स्थान की छलांग लगाते हुए 34वें पर पहुंचने में कामयाब रहे। इसके विपरीत, सीरम इंस्टीट्यूट के साइरस एस पूनावाला की कुल संपत्ति मामूली गिरावट के साथ 82 अरब डॉलर पर रही। वह 9 पायदान गिरकर 55वें स्थान पर आ गए हैं। मुंबई को यह रुतबा हासिल कराने में सन फार्मास्यूटिकल्स के दिलीप सांघवी (61वें स्थान) और कुमार मंगलम बिड़ला (100वें) का भी योगदान है। डीमार्ट की सफलता से प्रेरित राधाकिशन दमानी की संपत्ति में मामूली, लेकिन स्थिर वृद्धि ने उन्हें आठ पायदान ऊपर 100वें स्थान पर पहुंचा दिया है। इन अरबपतियों की वजह से मुंबई आज अरबपतियों के शहर के मामले में चीन को पछाड़ा है।