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Guna. गुना। एक ओर जहां किसान खाद की किल्लत से जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नगर रक्षा समिति के गार्ड खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें नगर रक्षक समिति का गार्ड किसानों से पैसों की बात करके उन्हें यूरिया खाद उपलब्ध कराते हुए नजर आ रहे हैं। यह मामला तब सामने आया जब किसानों ने खाद की अनुपलब्धता को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। आरोप है कि नगर रक्षा समिति के गार्ड किसानों से रिश्वत लेकर उन्हें यूरिया खाद दिला रहे हैं। जो खाद सरकारी रेट पर किसानों को मिलनी चाहिए, उसे ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। यह सब प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं दिख रहे। इस मामले को लेकर वायरल हुए वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि गार्ड किसानों से पैसों की मांग कर रहे हैं।
वीडियो में बातचीत से यह भी पता चला कि गार्ड और कुछ बिचौलियों के बीच मिलीभगत है। वीडियो के वायरल होने के बाद भी संबंधित अधिकारियों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है। किसान पहले से ही महंगे बीज, बढ़ती लागत और कम उपज की समस्या से परेशान हैं। खाद की कमी ने उनकी समस्याओं को और बढ़ा दिया है। ऐसे में नगर रक्षा समिति के गार्डों द्वारा कालाबाजारी और रिश्वतखोरी ने किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। इस पूरे प्रकरण में प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। किसानों का आरोप है कि उन्होंने कई बार खाद वितरण में गड़बड़ी की शिकायत की, लेकिन प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। वीडियो सामने आने के बावजूद, अब तक किसी गार्ड या संबंधित अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले को लेकर प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। खाद वितरण प्रक्रिया को पारदर्शी और किसानों के अनुकूल बनाने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो किसानों का गुस्सा बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है।
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