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चीन का लोन ट्रैप: चीनी लोन ऐप मामले में बड़ी खबर, 46 करोड़ रुपयों को ED ने किया फ्रीज, मचा हड़कंप
jantaserishta.com
16 Sep 2022 8:17 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चीनी लोन ऐप के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने Paytm, Easebuzz, Razorpay और Cashfree के बैंक खातों और वर्चुअल अकाउंट्स में रखे 46.67 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए हैं. ईडी ने कुछ दिन पहले ही चीनी लोन ऐप मामले में इन कंपनियों के दफ्तरों पर छापेमारी की थी.
ईडी ने 14 सितंबर को दिल्ली, गाजियाबाद, लखनऊ, मुंबई, बिहार के गया समेत छह ठिकानों पर छापे मारे थे. इसके अलावा ईडी ने HPZ लोन ऐप के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर और बेंगलुरु में पेमेंट कंपनी PayTM, Easebuzz, Razorpay और Cashfree के 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
सर्च के दौरान ईडी को पता चला था कि इन कंपनियों के वर्चुअल खातों में भारी रकम रखी गई है. ईजबज प्राइवेट लिमिटेड (पुणे) के खातों में 33.36 करोड़ रुपये, रेजरपे सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के खातों में 8.21 करोड़ रुपये, कैशफ्री पेमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खातों में 1.28 करोड़ रुपये और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड के खातों में 1.11 करोड़ रुपए मिले हैं.
ईडी के बयान के मुताबिक, इन विभिन्न बैंक खातों और वर्चुअली अकाउंट्स में लगभग 46.67 करोड़ रुपये की कुल राशि का पता लगाया गया और इन्हें फ्रीज कर दिया गया. ईडी नगालैंड पुलिस द्वारा पिछले साल दर्ज एफआईआर के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है.
HPZ Token एप बेस्ड कंपनी है, जिसने यूजर्स को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर ज्यादा फायदा देने का वादा किया था. सबसे पहले यूजर्स को HPZ Token एफ द्वारा कंपनी में निवेश करने पर निवेश को दोगुना करने का लालच दिया गया था. यूजर्स से पेमेंट UPIs और अन्य पेमेंट गेटवे द्वारा लिया गया. शुरुआत में निवेशकों को आंशिक राशि का भुगतान भी किया गया. आरोप है कि बाकी राशि को विभिन्न भुगतान गेटवे और बैंकों के माध्यम से विभिन्न व्यक्तियों और कंपनी के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया.
ईडी ने इसी महीने रेजरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स, पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड और चीनी व्यक्तियों द्वारा संचालित संस्थाओं के परिसरों की तलाशी ली थी. तलाशी अभियान के दौरान पाया गया कि ये नकली एड्रेस के आधार पर काम कर रही हैं. चीनी व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित संस्थाओं के मर्चेंट आईडी और बैंक खातों से 17 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई है.
This is absolutely false news, as clarified by the same handle later. As mentioned in our exchange filing, ED instructed us to freeze certain amount from MIDs of specific merchant entities and none of these funds belong to Paytm or our group companies. pic.twitter.com/CAWKmnLGB5
— Paytm (@Paytm) September 16, 2022
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