भारतीय सेना को लेकर चीन के यार मालदीव के राष्ट्रपति ने किया ये ऐलान
नई दिल्ली: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने रविवार को घोषणा की कि भारत उनके देश से अपनी सेना हटाने पर सहमत हो गया है। मुइज्जू का यह बयान यूएई शिखर सम्मेलन के बाद आया है। उधर, केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि दोनों पक्ष अभी इस बारे में चर्चा कर रहे हैं। चर्चा के बीच ही मुइज्जू की घोषणा उनकी जल्दीबाजी दिखाता है कि वे मालदीव से भारतीय सैनिकों को हटाने को लेकर कितने आतुर हैं। बताया यह भी जा रहा है कि दुबई में शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और मुइज्जू के बीच इस मामले में संक्षिप्त चर्चा भी हुई थी। मुइज्जू मालदीव में सरकार बनाने के बाद से भारतीय सैनिकों को हटाने का मुद्दा कई बार उठा चुके हैं। मुइज्जू ने चुनाव कैंपेन के दौरान भी भारतीय सैनिकों का मुद्दा उठाया था। मुइज्जू को चीन के प्रति नरम रुख वाले नेता के तौर भी जाना जाता है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने माले में संवाददाताओं से कहा, “हमारे बीच हुई चर्चा में भारत सरकार भारतीय सैनिकों को हटाने पर सहमत हो गई है… हम विकास परियोजनाओं से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने पर भी सहमत हुए हैं।” मालदीव के राष्ट्रपति के यह कहने के बावजूद कि नई दिल्ली भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने पर सहमत है, केंद्र सरकार के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि दोनों पक्ष वर्तमान में इस मामले पर चर्चा में लगे हुए हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, दुबई में COP29 जलवायु शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति के बीच बैठक के दौरान सेना की वापसी के मुद्दे पर संक्षिप्त चर्चा हुई थी। सूत्रों ने यह भी बताया कि मालदीव भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर काफी आतुर है। दोनों पक्षों के बीच अभी मामले में चर्चा चल रही है।
हाल ही में मालदीव के राष्ट्रपति बने मुइज्जू ने 18 नवंबर को औपचारिक रूप से भारत से अपने सैनिकों को वापस लेने का अनुरोध किया था। मुइज्जू चुनाव कैंपेने के दौरान से ही भारतीय सैनिकों को वापस भेजने का मुद्दा उठा चुके हैं। इस महीने की शुरुआत में सत्ता संभालने के तुरंत बाद, उन्होंने जोर देकर कहा था कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं कि उनका देश अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किसी भी “विदेशी सैन्य उपस्थिति” से “मुक्त” रहे।
अक्टूबर में मुइज्जू ने कहा था कि मालदीव में अपनी सैन्य उपस्थिति हटाने के लिए भारत के साथ बातचीत शुरू हो गई है। भारतीय सैनिकों को हटाना मुइज्जू की पार्टी के चुनावी अभियान का मुख्य मुद्दा रहा है। वर्तमान में, डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल हेलीकॉप्टरों के साथ लगभग 70 भारतीय सैनिक मालदीव में तैनात हैं।
चीन और मुइज्जू की पार्टी के बीच अच्छे रिश्ते हैं। मालदीव में चीन का प्रभाव पिछले कुछ सालों में साफ नजर आने लगा है। चीन ने वहां भारी निवेश किया है। इसके अलावा, वहां के 10 द्वीपों को पट्टे पर दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन वहां जहाज भी तैनात कर रहा है और बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान भी चला रहा है। चीन की ओर से मालदीव के साथ मुक्त व्यापार समझौते की भी चर्चा की गई है।