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ओमिक्रॉन से ज्यादा संक्रमित हो रहे बच्चे, AIIMS के डॉक्टर ने दी अहम जानकारी

Nilmani Pal
14 Jan 2022 12:45 PM GMT
ओमिक्रॉन से ज्यादा संक्रमित हो रहे बच्चे, AIIMS के डॉक्टर ने दी अहम जानकारी
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भारत में कोरोना वायरस (Corona virus) की पहली दो लहर के दौरान कुल संक्रमित हुए लोगों के मुकाबले बच्चे कम प्रभावित हुए थे. लेकिन अब ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देश में कोविड-19 की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने के मामले बढ़ रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में बच्चों में संक्रमण (Covid in Children) के केस बढ़ रहे हैं, इसके लिए अधिक डेटा की जरूरत है. दिल्ली AIIMS के डॉक्टर राकेश लोढ़ा ने एक सेमिनार में बताया कि बच्चों में कोविड संक्रमण बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख वजह अधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) भी है.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा सुरक्षा उपायों को कम करना, राज्यों में पूरी तरह से प्रतिबंध हटना, लोगों की भारी भीड़ का जुटना, शारीरिक दूरी और मास्क पहनने जैसे नियमों का पालन नहीं किए जाने से भी मामले बढ़े हैं. डॉ लोढ़ा ने कहा कि बच्चों के संक्रमण में कोई भारी बढ़ोतरी नहीं हुई है लेकिन कोरोना संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने के अनुपात के हिसाब से इसमें भी बढ़ोतरी हुई है.

डॉ राकेश लोढ़ा ने बताया, "यह साफ है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है. कुछ समूह ने आकलन किया है कि ओमिक्रॉन का आर वैल्यू डेल्टा और कोरोना के मूल रूप से हुए संक्रमण से यह काफी ज्यादा है. माना जा रहा है कि यह 7 से भी ज्यादा है और कुछ ग्रुप ने R-वैल्यू 10 या इससे ज्यादा भी अनुमान लगाया है. ऐसी स्थिति में यह खसरा की तरह है, जो बच्चों में काफी संक्रामक होता है." उन्होंने आगे कहा, "भारत के सीमित आंकड़ों से पता चलता है कि कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले 40-60 फीसदी बच्चों को दूसरी बीमारियां भी थी." वहीं दिल्ली AIIMS के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मौजूदा लहर में बच्चों में संक्रमण की गंभीरता ने चिंता बढ़ाई है, वहीं कुछ रिपोर्ट में सामने आया है कि अमेरिका में संक्रमित बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराने की संख्या बढ़ी है.

बच्चों में कोविड-19 के लक्षण और उसके अनुसार इलाज की गाइडलाइंस

हल्के लक्षण- बुखार, गले में खड़ास, नाक से बहाव, खांसी

इलाज- होम आइसोलेशन, पैरासिटामोल 10mg प्रति डोज, इसे 4-6 घंटे में दोबारा दिया जा सकता है. पर्याप्त भोजन और पानी. नमक के साथ हल्के गर्म पानी से गलगला.

मध्यम लक्षण- तेज सांस लेना, ऑक्सीजन लेवल 90 से 94 फीसदी होना

इलाज- कोविड अस्पताल में भर्ती करवाएं.

वहीं गंभीर लक्षण जैसे सांस लेने में कठिनाई होने, चेहरा नीला पड़ने, छाती में दर्द होने की स्थिति पर तुरंत अस्पताल में भर्ती कराएं.


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