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चाइल्ड पोर्नोग्राफी: कमीशन का खेल, क्यूआर कोड का इस्तेमाल, मचा हड़कंप

jantaserishta.com
18 Oct 2024 2:41 AM GMT
चाइल्ड पोर्नोग्राफी: कमीशन का खेल, क्यूआर कोड का इस्तेमाल, मचा हड़कंप
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सांकेतिक तस्वीर
जांच जारी.
गोरखपुर: सोशल मीडिया पर टेलीग्राम व डार्क वेब सेलर चैनल के आईपी एड्रेस के जरिए साइबर पुलिस अब वीडियो क्रिएटर तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इसके लिए चैनल से पत्राचार भी किया गया है, ताकि आईपी एड्रेस मिल सके और पता चल सके कि असल में चैनल का संचालक कौन है। उसके पकड़े जाने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि वीडियो कहां पर बनाया जा रहा है। वीडियो में ज्यादातर विदेशी महिलाएं ही हैं, इस वजह से आशंका यह भी है कि विदेश से इसका संचालन किया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस प्रकरण की जांच कर रही है।
साइबर पुलिस के हाथ वह क्यूआर कोड भी लगा है, जिसके जरिए भुगतान लिया जाता था। वह किसके एकाउंट का क्यूआर कोड है, इसके लिए बैंक से भी पत्राचार करने की तैयारी है। खाता आने के बाद एक बात साफ हो जाएगी कि देश के किस जगह के खाते का इस्तेमाल किया गया है। उधर, बाल सुधार गृह भेजे गए किशोर ने चार अन्य लोगों का भी नाम साइबर पुलिस को बताए हैं, जो कमीशन पर वीडियो को सोशल मीडिया पर बेचा करते थे।
इसमें से दो युवक लखनऊ के बताए जा रहे हैं। उसकी जांच लखनऊ की टीम कर रही है। दरअसल, इस पूरे प्रकरण में लखनऊ की पुलिस ने ही जांच की थी और फिर महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन को जानकारी दी गई थी। इसी के बाद गोरखपुर पुलिस ने केस दर्ज कर बताए गए किशोर को पकड़ा और मोबाइल फोन बरामद कर पर्दाफाश कर दिया।
आरोपित किशोर ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि वीडियो को बेचने के लिए ऑनलाइन रुपये लिए जाते थे। इसके लिए क्यूआर कोड भेजते थे। इसके अलावा भीम एप, यूपीआई आईडी deadpool377@upi, फोन पे, यूपीआई आर्डडी deadpool95@ybl पर रुपये मंगाता था। चैनल के माध्यम से वीडियो का स्क्रीनशॉट भेजकर पसंद कराते थे, पसंद आने पर ऑनलाइन भुगतान लिया जाता था। इसके बाद राज नाम का युवक वीडियो भेजता था, जिसे चैनल के माध्यम से भेज दिया जाता था।
गोरखपुर की चौरीचौरा तहसील के फुटहवा इनार क्षेत्र के रहने वाले 11वीं के छात्र ने पूरे देश में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के करीब चार हजार वीडियो बेचे हैं। लखनऊ से मिली गोपनीय सूचना के बाद आरोपित किशोर पर साइबर थाने में केस दर्ज किया गया। पकड़े गए 17 वर्षीय किशोर ने पुलिस को टेलीग्राम पर दोस्त बने राज नाम के एक युवक के बारे में बताया है, जिससे उसे वीडियो मिलते थे। उसने 30 प्रतिशत कमीशन पर वीडियो सोशल मीडिया ग्रुपों पर बेचे हैं। साइबर पुलिस ने आरोपित के मोबाइल फोन को जब्त कर उसे बाल सुधार गृह भेजा है।
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