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चेन्नई (आईएएनएस)| सामाजिक कार्यकर्ता तमिलनाडु में बाल विवाह में वृद्धि को लेकर चिंतित हैं। कार्यकर्ताओं के अनुसार, कई मामले दर्ज किए गए हैं लेकिन इनमें से लगभग दस गुना से अधिक मामले दर्ज नहीं होते हैं। तेनकासी पुलिस को कुछ दिन पहले नौवीं कक्षा की एक छात्रा की शादी 22 वर्षीय युवक से कराने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
जानकारी के मुताबिक, छात्रा के स्कूल प्रशासन की ओर से यह सूचना जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दी गई, जिन्होंने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। स्कूल प्रशासन द्वारा की गई विस्तृत जांच में पता चला कि लड़की की शादी 22 वर्षीय एक युवक से हुई थी, जो उसका दूर का रिश्तेदार था। लड़के और लड़की दोनों के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने लड़के को भी गिरफ्तार कर लिया है।
तिरुनेलवेली में एक अन्य घटना में, 10 वीं कक्षा की एक लड़की की शादी 24 वर्षीय युवक से कर दी गई, जो उसकी मां का भाई था। बता दें, तमिलनाडु में कई हिंदू उप-समुदायों में, मां के भाइयों से विवाह आम है।
स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले बाल कल्याण अधिकारी को सूचित करने के बाद पुलिस को सूचना मिली। लड़की को एक चाइल्ड केयर होम ले जाया गया और लड़के और लड़की दोनों के माता-पिता, रिश्तेदार और लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया।
तिरुचि में बच्चों के बीच काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन चाइल्ड नॉलेज सेंटर के निदेशक सुजीत नारायणन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, तमिलनाडु में बाल विवाह बढ़ रहे हैं। जबकि प्रत्येक जिले में औसतन दस से अधिक शादियां हो रही हैं। पूरे राज्य में शायद दो से पांच मामले सामने आते हैं जो बहुत कम हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को बाल विवाह के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और इसके खिलाफ विस्तृत जागरूकता अभियान भी चलाना चाहिए।
कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान काफी बाल विवाह हुए। बाल कल्याण विभाग और बच्चों के बीच काम करने वाले कई सामाजिक संगठनों ने एक सक्रिय अभियान चलाया, जिससे आंकड़ों में गिरावट आई। हालांकि, सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि बाल विवाह के कई मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन रिपोटिर्ंग कम हो रही है।
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