मुखिया पुत्र हत्या की गुत्थी सुलझी, सगे भाई ने चचेरे भाई के साथ मिलकर किया था हत्या
कटिहार: रौतारा थाना क्षेत्र अंतर्गत बिनोदपुर पंचायत के चुरलीघाट में कुछ महीने पूर्व मुखिया पुत्र मोहम्मद सलीम की हत्या हो गया था। और हत्या का मामला काफी चर्चा में रहा और यह हत्या का मामला रहस्य बनी हुई थी। मुखिया पुत्र के हत्या मामले में रौतारा पुलिस ने एक सौ दिन बाद मामले का उद्भेदन कर लिया गया। मामले के उद्भेदन के बाद मुखिया पुत्र की हत्या मामले में सगे भाई ने ही चचेरे भाई के साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया था। मामले के उद्भेदन होने के बाद क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि भाई ने ही भाई की हत्या कर भाई जैसे रिश्ते को शर्मसार किया है। रविवार को बिनोदपुर पंचायत में हर और यही चर्चा हो रही थी कि सगे भाई ही निकाला भाई का हत्यारा, कोई कह रहा था यह कैसा भाई जो अपने ही सगे भाई का हत्या कर दिया तो कोई कह रहे थे कि यह कलयुग है कलयुग में ऐसा संभव है, तो कई बुजुर्ग कह रहे थे सगे भाई ने भाई की ही हत्या कर भाई जैसे पवित्र डोर को शर्मसार किया है। मामले में पुलिस कप्तान के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी गई कि कुछ महीने पूर्व मुखिया पुत्र मोहम्मद सलीम की हत्या उसके दुकान में ही कर दी गई थी। जिसको लेकर मृतक के पिता हारून रशीद ने 10 व्यक्तियों को नामजद अभियुक्त बनाया था। कुछ दिनों के बाद हारून रशीद ने पुनः अपने भतीजे मोहम्मद महबूब के अपहरण को लेकर रौतारा थाना में एक मामला दर्ज कराया। उसके बाद कटिहार पुलिस कप्तान के द्वारा एक टीम गठित कर मोहम्मद महबूब के बरामदगी हेतु छानबीन शुरू कर दी गई। सूचना के आधार पर पूर्णिया से मोहम्मद महबूब को बरामद कर लिया गया। पुलिसिया पूछताछ के बाद महबूब आलम ने स्वीकार किया कि मृतक मोहम्मद सलीम के बड़े भाई मोहम्मद सुलेमान के द्वारा हत्या करवाई गई। इस घटना में संलिप्त मोहब्बत महबूब एवं मोहम्मद फिरोज उर्फ आमिर को गिरफ्तार किया एवं गांव से ही घटना में प्रयोग किए गए हथियार को भी बरामद कर लिया गया।