तमिलनाडु/दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और दिल्ली पुलिस ने करीब दो हजार करोड़ के इंटरनेशनल ड्रग्स रैकेट के एक मामले में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के पूर्व पदाधिकारी जाफर सादिक को गिरफ्तार किया है। जाफर एक तमिल फिल्म प्रॉड्यूसर भी है और कई फिल्मों को प्रॉड्यूस कर चुका है। डीएमके ने हाल ही में जाफर को निष्कासित कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, जाफर सादिक ने एनसीबी को पूछताछ में बताया है कि उसने डीएमके के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को सात लाख रुपये दिए थे। सूत्रों के हवाले से बताया है कि एनसीबी की पूछताछ में जाफर का कहना है कि उसने पिछले साल पांच लाख रुपये उदयनिधि को बाढ़ में मदद करने के लिए और दो लाख रुपये पार्टी फंड के लिए दिए थे।
सूत्रों के अनुसार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। एनसीबी कथित तौर पर इस बात की जांच कर रही है कि क्या जाफर सादिक ने उदयनिधि स्टालिन को जो पैसा दिया था, वह क्या ड्रग्स की तस्करी से मिला पैसा था? वहीं, अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भी एंट्री हो सकती है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच कर सकती है। इसके अलावा, एनसीबी जांच को लेकर कई अन्य एजेंसियों के संपर्क में भी है।
एनसीबी के उपमहानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि सादिक के तार तमिल और हिंदी फिल्म जगत से जुड़े हुए थे। उन्होंने बताया कि कुछ 'हाई प्रोफाइल' लोगों के साथ-साथ राजनीतिक वित्तपोषण के कुछ मामले एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। सूत्रों ने बताया कि लाखों के लेन-देन के संबंध में एनसीबी जल्द ही डीएमके के एक आला दर्जे के नेता को पूछताछ के लिए समन जारी कर सकती है। सिंह ने बताया कि सादिक को खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। सिंह ने कहा कि मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल अंतरराष्ट्रीय गिरोह भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और मलेशिया तक फैला है जिसका सरगना सादिक है।