मुख्यमंत्री के बेटे पर भ्रष्टाचार का आरोप, ईडी को सौंपे 'सबूत' गए
जयपुर। राजस्थान के भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा 5,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले को लेकर सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग (डीओआईटीसी) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शिकायत दर्ज कराने के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ शुक्रवार को एजेंसी को एक अलग से शिकायत दर्ज कराएंगे। उनकी टीम ने आईएएनएस को बताया कि मीणा शुक्रवार को ईडी कार्यालय पहुंचेंगे और वैभव गहलोत और फेयरमोंट होटल के मालिक रतनकांत शर्मा के खिलाफ 'सबूत' सौंपेंगे।
भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि मॉरीशस की एक शेल कंपनी ने होटल फेयरमोंट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मीणा ने आरोप लगाया कि यह पैसा गहलोत और उनके परिवार के सदस्यों का है, जिसे पहले हवाला चैनल के जरिए मॉरीशस भेजा गया था। मीणा ने गुरुवार को भाजपा मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए गहलोत, उनके बेटे वैभव गहलोत व बहू हिमांशी गहलोत पर फर्जी व डमी बनाकर फाइव स्टार हैरिटेज होटल व्यवसाय में करोड़ों रुपये का अवैध निवेश करने का आरोप लगाया।
मीणा ने अवैध भूमि परिवर्तन, अवैध निर्माण, चरागाह भूमि और सिंचाई विभाग की भूमि पर अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए ईडी से जांच की मांग की। मीणा ने मुख्य रूप से उदयपुर में रैफल्स होटल, ताज अरावली होटल, माउंट आबू में निमडी पैलेस और जयपुर में फेयरमोंट होटल में कथित अनियमितताओं की ओर इशारा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वैभव गहलोत और हिमांशी गहलोत मॉरीशस से निवेशित धन के साथ फेयरमोंट होटल में बेनामी कारोबार में शामिल हैं, और उक्त व्यवसाय से किए गए लाभ का हिस्सा आगे वैभव गहलोत की एक डमी कंपनी सनलाइट कार रेंटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित किया जा रहा है।