मुख्यमंत्री का लिया नाम…आईएएस अफसर पर FIR के आदेश, इस मामले में फंसे
नई दिल्ली: दिल्ली में कथित शराब घोटाले को लेकर घिरी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को एक और जांच का सामना करना पड़ सकता है। आरोप है कि एक आईएएस अफसर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लेकर अधीनस्थ अधिकारी पर शराब कारोबारियों से वसूली का दबाव बनाया। दोनों की बातचीत की रिकॉर्डिंग …
नई दिल्ली: दिल्ली में कथित शराब घोटाले को लेकर घिरी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को एक और जांच का सामना करना पड़ सकता है। आरोप है कि एक आईएएस अफसर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लेकर अधीनस्थ अधिकारी पर शराब कारोबारियों से वसूली का दबाव बनाया। दोनों की बातचीत की रिकॉर्डिंग एफएसएल जांच में सही पाए जाने पर एलजी वीके सक्सेना ने अधिकारी पर एफआईआर का आदेश दिया है। साथ ही गृह मंत्रालय से अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
आरोप आईएएस अधिकारी अमरनाथ तलवड़े पर लगा है जो अब अरुणा प्रदेश में तैनात हैं। जिस मामले में एलजी ने एफआईआर का आदेश दिया है वह 2015-16 का है। तब तलवड़े तब दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएससीएससी) में सिनियर जनरल मैनेजर के पद पर थे। आरोप है कि उन्होंने डीएससीएससी के मैनेजर पीके साही (अब रिटायर्ड) पर शराब वेंडर्स से पैसे एकत्रित करने का दबाव बनाया और उन्हें ट्रांसफर की धमकी दी।
एलजी ऑफिस के सूत्रों के मुताबिक, ऐक्शन तब लिया गया है जब दोनों अधिकारियों के बीच टेलिफोन पर बातचीत सामने आई और एफएसएल की जांच में इसे सही पाया गया। एफएसएल की जांच में कहा गया है कि कॉल रिकॉर्डिंग सही है और इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। बातचीत में कथित तौर पर तलवड़े यह भी कबूल करते हैं कि उन्हें डीएससीएससी का चार्ज संभालने के तुरंत बाद साही से 5 लाख रुपए मिल गए। तलवड़े डीएससीएससी में 12 जनवरी 2015 से 29 अप्रैल 2016 तक तैनात थे।
इस मामले में एक नोएडा निवासी ने 21 मार्च 2023 को सतर्कता निदेशालय को शिकायत दी थी। उन्होंने ऑडियो क्लिप वाला पेन ड्राइव भी सौंपा था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बातचीत एक आईएस अधिकारी और एक इंस्पेक्टर के बीच हो रही है जो किसी आबकारी मामले में रिश्वत की बात कर रहे हैं। शुरुआती जांच में सतर्कता निदेशालय ने पाया कि कथित आईएएस अधिकारी अमरनाथ तलवड़े थे और दूसरे अधीनस्थ अधिकारी पीके साही हैं, जिनके बीच बातचीत हुई थी।
कथित तौर पर ऑडियो में तलवड़े को 35 फीसदी (कुल वसूली का) मांगते हुए सुने जा सकते हैं जिसका वादा उन्होंने केजरीवाल से किया है। इस पर साही ने तलवड़े से कहा कि वह 15 फीसदी की ही व्यवस्था कर सके क्योंकि लगातार दो महीने ड्राई रहे, जब वसूली लगभग शून्य रही।