मुख्यमंत्री ने PWD विभाग में हुए तबादलों पर दिए जांच के आदेश
यूपी। स्वास्थ्य विभाग के बाद अब लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में भी हुए तबादलों में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहीं जाति तो कहीं धर्म विशेष के अधिशासी अभियंताओं को महत्वपूर्ण खंडों में तैनाती देने की शिकायत की गई है। इसके बाद सभी तबादलों की जांच कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) मनोज कुमार सिंह की कमेटी से कराने का फैसला किया गया। कमेटी में अपर मुख्य सचिव, गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय आर भूसरेड्डी भी हैं। कमेटी को दो-तीन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
शासन के सूत्रों के मुताबिक, सोनभद्र जिले में जाति विशेष के चार अधिशासी अभियंताओं को मलाईदार माने जाने वाले पदों पर तैनाती दे दी गई है। कुछ जगहों पर धर्म विशेष के अधिशासी अभियंताओं को भी इसी तरह की सुविधा मिली है। बताया जा रहा है कि किसी मंत्री ने ही इसकी शिकायत की है। तबादलों के बारे में यह भी फीडबैक दिया गया है कि प्रांतीय खंड और निर्माण खंड में जाति या धर्म विशेष के और चहेतेअभियंताओं को मनमाने ढंग से तैनाती दी गई है। इसके पीछे कई तरह के खेल होने की शिकायत भी की गई है। वहीं, अन्य अभियंताओं को अपेक्षाकृत कम महत्व के माने जाने वाले भवन सेल, पीएमजीएसवाई, इंडो-नेपाल, विश्व बैंक और आईजीआरएस जैसी सेल में भेजा गया है।
पीडब्ल्यूडी में करीब 200 अधिशासी अभियंताओं और डेढ़ सौ से ज्यादा सहायक अभियंताओं का तबादला किया गया है। ज्यादातर शिकायतें इनकी तैनाती की ही हैं। यह भी कहा गया है कि अधिकारियों ने अंतिम सूची ऐसे वक्त पर भेजी कि उच्चस्तर पर इसकी जांच-पड़ताल के लिए अधिक समय ही नहीं मिला। इस तरह से इसके अलावा कोई चारा नहीं था कि दी गई सूची को ही फाइनल कर दिया जाए।