मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का पीएम मोदी को पत्र, यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए की ये मांग
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) का आज 35वां दिन है. इस युद्ध से सिर्फ यूक्रेन और यूरोप की जनता को ही नुकसान नहीं पहुंचा है इस युद्ध से भारतीय छात्र भी प्रभावित हुए हैं. इसी समस्या को ध्यान में रखते हुये तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने प्रधानंमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
इस पत्र में सीएम चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन से विस्थापित हुए भारतीय छात्रों को मौजूदा नियमों में ढील देते हुए उसी सेमेस्टर में देश के मेडिकल कॉलेजों में शामिल किये जाने का अनुरोध किया है. इस पत्र में कहा गया है कि जैसा कि यूक्रेन में विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों को यूक्रेन में युद्ध के कारण विभिन्न चरणों में अपनी शिक्षा को छोड़कर वापस भारत आने के लिये मजबूर होना पड़ा है. उपरोक्त अव्यवस्था ने इन भारतीय छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है जिन्होंने यूक्रेन में अपनी चिकित्सा शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए काफी समय और बड़ी रकम खर्च की है जिसके अब अपूर्ण रहने की संभावना है.
सीएम ने लिखा कि रिपोर्ट्स के अनुसार 20,000 से अधिक भारतीय छात्र युद्ध के कारण यूक्रेन से विस्थापित हो गए हैं. उनमें से अधिकांश मध्यम वर्ग के परिवारों से हैं जो अपने बच्चों की चिकित्सा शिक्षा पूरी करने की किसी भी उम्मीद के बिना अपनी जीवन भर की बचत खो देंगे. आप (पीएम) इस बात से सहमत होंगे कि उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.
इन छात्रों की असाधारण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि एक विशेष मामले के रूप में उनको अपनी शिक्षा पूरी करने में मदद करने के लिए उनको प्रचलित नियमों में छूट के साथ समकक्ष सेमेस्टर में देश के मेडिकल कॉलेजों में शामिल होने में सक्षम बनाया जा सकता है. इस उद्देश्य के लिए इन छात्रों को समायोजित करने के लिए मेडिकल कॉलेजों में एक बार के आधार पर विभिन्न सेमेस्टर में सीटों को आनुपातिक रूप से बढ़ाने की अनुमति भी दी जा सकती है.