भारत

मुख्यमंत्री ने कटिहार जिले की जीविका दीदियों के साथ किया संवाद

Shantanu Roy
5 Feb 2023 5:23 PM GMT
मुख्यमंत्री ने कटिहार जिले की जीविका दीदियों के साथ किया संवाद
x
बड़ी खबर
कटिहार। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के क्रम में रविवार को कटिहार जिले की जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जीविका दीदियों ने हिस्सा लिया। संवाद कार्यक्रम में जीविका समूह के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य करने वाली 6 जीविका दीदियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किये। सभी ने जीविका समूह से जुड़ने के बाद अपने व्यक्तिगत जीवन एवं परिवार के जीवन स्तर में हो रहे बदलाव को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष समाधान यात्रा के दौरान विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी सिलसिले में जीविका दीदियों के साथ मिलने और उनकी बात सुनने का मौका मिला है। आज यहां जीविका दीदियों ने अपने अनुभव साझा किये हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 को जब मुझे बिहार के लोगों ने काम करने का मौका दिया तो हमने स्वयं सहायता समूह की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया। उसके पहले जब हम सांसद और केंद्र में मंत्री थे तो कई जगहों पर जाकर हमने स्वयं सहायता समूह के कामों को देखा था। देश भर में स्वयं सहायता समूह थे बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। हमने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नामकरण ''जीविका''किया तब से आप सभी जीविका दीदियां कहलाने लगीं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह से एक करोड़ 30 लाख से अधिक महिलायें जुड़ गई हैं। 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ है। पहले महिलाएं सिर्फ घर में काम करती थीं, खाना बनाती थीं, परिवार की सेवा करती थीं और खेती-बाड़ी का भी काम करती थीं।
अब पुरुष के साथ महिलाएं भी कमा रही हैं जिससे परिवार की अच्छी आमदनी हो रही है। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो समाज भी आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान लिए काफी काम किया है। बिहार में सबसे पहले वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 में नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित की गई। अब तक चार चुनाव संपन्न में महिलाओं को आरक्षण देने के लिये लोकसभा वर्ष 1993 में पंचायती राज संस्थाओं हो गये। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2013 में बिहार पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। अब पुलिस बल में बड़ी संख्या में महिलाओं की भर्ती हो रही है। बिहार में जितनी महिलाएं पुलिस में हैं उतनी दूसरे राज्यों में भी नहीं हैं। इसके अलावा बिहार की सभी सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। हर तरह से महिलाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। लड़कियों के पढ़ने से प्रजनन दर घटा है। एक सर्वे से रिपोर्ट मिली थी कि अगर पति-पत्नी में पत्नी मैट्रिक पास है तो देश का प्रजनन दर भी 2 था और बिहार का प्रजनन दर भी 2 था। अगर पति-पत्नी में पत्नी इंटर पास है तो देश का प्रजनन दर 1.7 था और बिहार का प्रजनन दर 1.6 था। हम लड़कियों को पढ़ा रहे हैं। पहले राज्य का प्रजनन दर 4.3 था जो अब घटकर 2.9 पर आ गया है। हमारा लक्ष्य इसे 2 करने का है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 के जुलाई महीने में जीविका समूह की एक बैठक में महिलाओं की मांग को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2016 में शराबबंदी लागू की गई। आप सभी गड़बड़ करने वाले लोगों को समझायें। शराब बुरी चीज है इसका सेवन न करे। समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। आप सभी दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलाते रहिये। दहेज का लेन-देन करने वालों की शादी में शामिल न हों। दहेज प्रथा खत्म होनी चाहिये। लड़के वाले को दहेज लेने का कोई औचित्य नहीं है, इसके लिये कानून बना हुआ है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में लड़की की, जबकि 21 वर्ष की उम्र में लड़के की शादी होनी चाहिये। सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत मुख्यमंत्री ने 5,250 स्वयं सहायता समूहों को 25 करोड़ 60 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। संवाद कार्यक्रम में जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न और पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया।
Next Story